Monday, May 6, 2024
Hometrendingराजस्‍थान में भाजपा सांसद के आवास पर फायरिंग के बाद मामले ने...

राजस्‍थान में भाजपा सांसद के आवास पर फायरिंग के बाद मामले ने पकड़ा तूल, इस्‍तीफे की मांग…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जयपुर Abhayindia.com भाजपा सांसद रंजीता कोली को जान से मारने की धमकी और बयाना स्थित आवास पर कल देर रात हुए फायरिंग के मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार को आड़े हाथों ले लिया है। इधर, बयाना स्थित आवास पर फायरिंग की घटना के बाद सांसद रंजीता कोली की तबीयत बिगड़ गई। उन्‍हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ गया। इस बीच, बयाना पुलिस ने फायरिंग की घटना में शामिल अज्ञात बदमाशों की धरपकड़ की कोशिश तेज कर दी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि राजस्थान में विशेषकर भरतपुर सहित प्रदेश के मेवात क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। सांसद पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। कांग्रेस राज में न आम आदमी सुरक्षित है, न जनप्रतिनिधि।

उन्‍होंने कहा कि कल देर रात को भरतपुर सांसद रंजीता कोली के बयाना स्थित आवास पर फायरिंग की जानकारी मिली थी। लेकिन, सांसद अभी सदमे में हैं, इसलिए उनके सहायक से घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की। पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सांसद रंजीता कोली के आवास पर फायरिंग प्रकरण में शामिल बदमाशों की जल्द गिरफ्तार करने, सांसद की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने और प्रदेश की कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की है। पूनिया ने कहा कि राजस्थान की बिगड़ती कानून व्यवस्था के प्रतिदिन अनेक उदाहरण देखने को मिल रहे हैं। सांसद जैसे जनप्रतिनिधियों पर बार-बार जानलेवा हमले हो रहे है। आखिर राज्य के गृह मंत्री कब तक सोते रहेंगे, कानून व्यवस्था न संभले तो इस्तीफा दें।

आपको बता दें कि सांसद रंजीता कोली ने अपने बयाना स्थित आवास पर हमले की घटना का एक वीडियो मौके से बनवाकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पोस्ट किया है। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा है कि देर रात बयाना निवास पर कुछ अज्ञात लोगों द्वारा जान से मारने की धमकी से भरा खत चिपका कर गोली चलाने की कोशिश की गई। विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि भरतपुर सांसद रंजीता कोली पर मई 2021 में हुए जानलेवा हमले के बाद पुनः घर पर फायरिंग की घटना निंदनीय है। कुछ दिनों पहले ही पूर्व एमएलए अमृता मेघवाल पर भी हमला किया गया था। राज्य में महिला जनप्रतिनिधि सुरक्षित नहीं है जो जर्जर कानून व्यवस्था का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular