बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। भाजपा नेता एवं सामाजिक कार्यों से जुड़े रामदास ओझा का सोमवार सुबह देहांत हो गया। आज अलसुबह स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें बीकानेर के ट्रोमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। रामदास ओझा अपने पीछे भरा–पूरा परिवार छोड़ गए हैं। तीये की बैठक स्थानीय नत्थूसर गेट पर बाहर 26 फरवरी को शाम 5 बजे रखी गई है।
ओझा का परिचय : बीकानेर पुष्करणा समाज में आजादी से पूर्व 1936 में श्री बाबूलाल जी ओझा (कराची वाले) के यहां एक पुत्र का जन्म हुआ जिसना नाम था रामदास ओझा। बीकानेर के बारहगुवाड़ के पास कराचीवालों की गली में रहने वाले रामदास दास ओझा बचपन से पढ़ाई में अव्वल रहे तथा इनका विवाह कोलकाता निवासी स्व. गणेशदास छंगाणी की सबसे बड़ी बेटी जशोदा देवी से हुआ। रामदास दास ओझा के यहां 6 पुत्रों का जन्म हुआ। रामदास ओझा को प्रथम श्रेणी के अध्यापक के रूप में सरकारी नौकरी मिली और कई स्कूलों के प्रधानाचार्य रहते हुए अपना सरकारी सेवाकाल पूर्ण किया। बीकानेर शहर में रामदास ओझा ‘मास्टरजी’ के नाम पहचाने जाने लगे।
समाजिक कार्य और राजनीति में रूचि रखने वाले रामदास ओझा सेवानिवृत्त होने के बाद अपना सारा समय सामाजिक कार्य में व्यतीत करते थे। लूनकरणसर के पूर्व विधायक माणिकचंद सुराणा के परम मित्र रामदास ओझा भारतीय जनता पार्टी में भी कई पदों पर रहे। पुष्करणा समाज के कर्णधार व्यक्तित्व के धनी रामदास ओझा की पहचान हमेशा सरल सौम्य व्यवहार की रही।
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