नई दिल्ली Abhayindia.com यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी सिलसिले में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो को फोन किया और हंगरी–यूक्रेन सीमा पर भारतीयों को सहयोग करने का अनुरोध किया। इस बीच, विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि सरकार ने यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए ‘बहुआयामी‘ आपरेशन गंगा शुरू किया है। भारतीयों को निकालने की यह पूरी प्रक्रिया सरकारी खर्च पर होगी। कीव में हमारे दूतावास और विदेश मंत्रालय ने ऐसी स्थितियां विकसित होने से पहले ही कई दिशा–निर्देश जारी किए थे। इन एडवाइजरी का पालन करते हुए हमारे चार हजार नागरिक पहले ही भारत लौट आए। हमारा अनुमान है कि यूक्रेन में लगभग 15 हजार नागरिक बचे हैं।
विदेश सचिव ने कहा कि मास्को में हमारे दूतावास से लोगों की एक टीम को इलाके में भेजा गया है ताकि उस क्षेत्र की मैपिंग हो जाए और नागरिकों के परिवहन, खाने और रहने का इंतजाम किया जाए। अभी इस इलाके में संघर्ष हो रहा है। जैसे ही हमें संघर्ष कम होने सूचना मिलेगी कि इस क्षेत्र से हम भारतीयों को निकाल सकते हैं। नागरिकों को आपरेशन चलाकर उन्हें निकाला जाएगा। मेरी आज यूक्रेन और रूस दोनों के राजदूतों से बात हुई। भारतीयों को निकालने में हमने उनका समर्थन मांगा है।
विदेश सचिव ने कहा कि मैंने रूस और यूक्रेन के राजदूतों से भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर अपनी चिंताओं से अवगत कराया। मैंने उन स्थानों को साझा किया जहां भारतीय नागरिक फंसे हैं। दोनों राजदूतों ने हमारी चिंताओं पर ध्यान दिया। साथ ही हमें भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है। अब तक आपरेशन गंगा के तहत, हमारे हजारों नागरिकों को रोमानी और हंगरी से बाहर निकाला गया है। अन्य को यूक्रेन से सड़क मार्गों से निकाला गया है। उनके लिए उड़ानों की व्यवस्था की गई है।
बीकानेर के नयाशहर थाना क्षेत्र में थम नहीं रहा जमीन विवाद, एक और एफआईआर दर्ज
विधायक अमीन का विधानसभा में सामने आया दर्द, बोले- 99 प्रतिशत वोटिंग के बाद भी मुस्लिम को नहीं….
बीकानेर : बाज नहीं आ रहे मिलावटखोर, चाय, दूध व घी के लिए नमूने…