Bikaner. Abhayindia.com दिव्या ज्योति जागृति संस्थान की ओर से पांच दिवसीय श्रीकृष्ण कथा गोपेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में 12:00 बजे से पूजन और 1:00 बजे से कथा का शुभारंभ किया गया। जिसके चतुर्थ दिवस में दिव्य गुरु आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी दिवेशा भारती ने नरसी मेहता के जीवन पर गहन प्रकाश डालते हुए बताया कि उनके जीवन में जब-जब भी कोई विकट स्थिति उत्पन्न हुई तब-तब उन्होंने द्वारिकाधीश को ही पुकारा क्योंकि वह जानते थे कि जो भगवान से प्रीति करता है उसका भगवान पल-पल संरक्षण करते हैं।
साध्वी ने गौ माता के संरक्षण एवं संवर्धन की बात भी की उन्होंने बताया कि हम भारतवासी है जिनके कण-कण में अध्यात्म बसता है। हमारी संस्कृति में कामधेनु को गाय नहीं मां कहकर के संबोधित किया जाता है। जिस प्रकार से एक सांसारिक मां अपने बच्चों का पालन-पोषण करती है उसका संरक्षण करती है, ठीक इसी प्रकार से हमारी कामधेनु मां अपने पंचगव्य रूपी अमृत से हमारा पालन पोषण करती है। लेकिन, विडंबना यह है कि हम अपनी भारतीय नस्ल की देसी गायों के प्रति जागरूक नहीं है। यह भगवान का ही दिया हुआ प्रसाद है लेकिन हमने इस प्रसाद को स्वीकार नहीं किया। इसलिए हमें उनका संरक्षण एवं संवर्धन करना चाहिए तत्पश्चात हम अपने पौराणिक भारत की ओर लौट पाएंगे इसी में जीवन की सार्थकता है।
कथा में विशेष रूप से मुख्य यजमान संतोष शर्मा (बेंगलुरु वाले), प्रवीन जिंदल (शंकर ऑटोमोबाइल), मुख्य अतिथि कृष्णा अनिल शर्मा अध्यक्ष (बी.एच.पी. बीकानेर), श्री भगवान अग्रवाल (सचिव गंगा जुबली गौशाला), मोहन सुराणा (जिला महामंत्री भाजपा), मनमोहन जयपुरिया, संतोष महाराज (आरएसएस) महानगर अध्यक्ष, विमल चंद्र (प्रशासनिक अधिकारी), राम किशोर तवनिया, शिव कुमार कल्ला, सुरेंद्र डागा, मुकेश, गजेंद्र, गोपाल अग्रवाल रहे। आरती में पूर्व महापौर नारायण चोपड़ा, अंकुश चोपड़ा (पूर्व अध्यक्ष जे.सी.ए.आई.), कौशल शर्मा (जिलामंत्री भाजपा), मदन लाल तंवर शामिल हुए।