कांग्रेस के कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा के बाद जिला प्रशासन ने ली राहत की सांस
बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। निराश्रित गौवंश और जन समस्याओं को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे कांग्रेस के नेताओं ने कलक्ट्री परिसर को गौशाला में तब्दील करने का अपना कार्यक्रम वापस ले लिया है। असल में, कांग्रेस के इस ऐलान के बाद से जिला प्रशासन की नींद उड़ी हुई थी। एक साथ बड़ी संख्या में पशुओं का कलक्ट्री परिसर में जमावड़ा हो जाने से माहौल खराब हो सकता था। ऐसे में प्रशासन की यह कोशिश थी कि किसी तरह इस कार्यक्रम को स्थगित करवा दिया जाए और आखिरकार इसमें सफलता भी मिल गई।
रविवार शाम को जिला प्रशासन ने धरने का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत को अपने निवास पर वार्ता के लिए आमंत्रण भेजा। इस पर गहलोत ने अपने प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए भेज दिया। वार्ता के दौरान कलक्टर गुप्ता ने निराश्रित गौवंश की समस्या के समाधान के लिए प्रशासनिक स्तर पर अब तक हुए प्रयासों की जानकारी दी तथा सोमवार को कलक्ट्री परिसर में प्रस्तावित कार्यक्रम को स्थगित करने का आग्रह किया। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, नगर निगम के प्रतिपक्ष नेता जावेद पडि़हार, टिकू भाटी शामिल थे। उक्त प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत करने के बाद सोमवार को प्रस्तावित कार्यक्रम एकबारगी स्थगित करने का आश्वासन दे दिया। इससे पहले अतिरिक्त जिला कलक्टर की मध्यस्थता में भी कांग्रेस नेताओं की वार्ता हुई। इस वार्ता में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन कुमार मीणा, सीओ सदर राजेन्द्र सिंह राठौड़ तथा कांग्रेस की ओर से शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, जावेद पडि़हार, आनंद सिंह सोढ़ा, टिकू भाटी, फिरोज भाटी, आदर्श शर्मा, पार्षद नंदू गहलोत, मनोज कुमार नायक, दिलीप बांठिया, संजय भाटी आदि शामिल थे।
उधर, कांग्रेस का कलक्ट्री पर धरना रविवार को छठे दिन भी जारी रहा। कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे दिन सोमवार को प्रस्तावत कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए थे। पार्टी सूत्रों की मानें तो कार्यकर्ता करीब पांच सौ से भी ज्यादा पशु कलक्ट्री परिसर में दाखिल कराने की तैयारी पूरी कर चुके थे, लेकिन रविवार शाम अचानक बदले घटनाक्रम के बाद सारी तैयारियां रोक दी गई। कांग्रेस के आश्वासन के बाद प्रशासन ने भी राहत की सांस ले ली।