Sunday, May 5, 2024
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जलदाय मंत्री कल्‍ला अपने घर में अपनों से ही ऐसे घिरे, लगे गंभीर आरोप…

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जयपुर abhayindia.com जलदाय विभाग में गड़बड़झालोंअधिकारियों की मनमानीटेंडर में घोटालाप्रमोशन-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्‍ला को कांग्रेस के ही पदाधिकारियों ने ही शुक्रवार सुबह घेरते हुए उनके आवास पर हंगामा मचा दिया। इन पदाधिकारियों ने आईएएस संदीप वर्माएडिशनल चीफ इंजीनियर देवराज सोलंकीअधीक्षण अभियंता अरूण श्रीवास्तवसतीश जैन सहित अन्य अफसरों को आश्रय देने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की। उन्‍होंने मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा।

कांग्रेस के अभाव अभियोग प्रकोष्ठ से संयोजक पंकज शर्मा (काकू) के नेतृत्व  कांग्रेस पदाधिकारी शुक्रवार सुबह ही डॉ. कल्ला के आवास पर गुलाब के फूल लेकर पहुंच गए। कांग्रेस पदाधिकारियों ने मंत्री को गुलाब को फूल भेंट करते हुए गांधीगिरी से विभाग में सुधार की मांग की। इसी दौरान मंत्री समर्थकों से उनकी झड़प हो गई। मंत्री ने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को जांच करने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

कांग्रेस के अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के संयोजक पंकज शर्मा (काकू) ने मंत्री डॉ. कल्‍ला को बताया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार हैलेकिन भारी मन से बताना पड़ रहा है कि संदीप वर्मा सहित अन्य अफसरों को हटाने के बजाय मनमर्जी की खुली छूट दे रखी है। यदि अफसरों का व्यवहार ऐसे ही विवेकहीन व संवेदनहीन रहा तो आगामी महीनों में हो रहे नगर निगम चुनाव में हमारी कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ेगा।

इधरजलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बताया कि कांग्रेस पदाधिकारियों ने कुछ अफसरों की शिकायत की है। उसमे से कुछ अफसर सुधर गए है। कुछ अफसरों की जांच करवा कर विधानसभा के बाद कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में मंत्री किरण माहेश्वरी के नजदीकी एक्सईएन अरूण श्रीवास्तव व सतीश जैन को हटाने के बजाय वहीं लगाए रखा। श्रीवास्तव को दोहरा चार्ज दिया हुआ है तथा प्रमुख सचिव उनका प्रमोशन करने के लिए अवैध रास्ते अपना रहे है। विभाग में तबादला सूची जारी होने से पहले ही बाजार में आ जाती है। मंत्री के निजी स्टॉफ के लोगों के रिश्तेदार विभाग में लगे हुए है। ऐसे में गोपनियता भंग हो रही है।

उन्‍होंने यह भी आरोप लगाया कि विभाग के प्रमुख सचिव संदीप वर्मा के खिलाफ पुलिस व कार्ट में जांच चल रही हैइसके बावजूद उन्हें यही लगा रखा है। विभाग में 50 करोड़ के एलईडी घोटाले की एसीबी में जांच हो रही हैलेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी तरह आमेर के भाजपा विधायक सतीश पूनिया की सिफारिश पर एक्सईएन निशा शर्मा को हटा दिया, जबकि कांग्रेस विधायक महेश जोशी इसका विरोध करते रहे। इससे कांग्रेस की छवि कमजोर हुई है।

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