







जयपुर Abhayindia.com मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि अधिकारी पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य करते हुए जनता को सुशासन का अहसास कराएं। आमजन की समस्याओं का तत्काल निस्तारण करें ताकि उन्हें महसूस हो कि सरकार और प्रशासन हर परिस्थिति में उनके साथ है और राहत देने के लिए तत्पर है। मुख्य सचिव शुक्रवार को दौसा कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ सुशासन के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्य सचिव पंत ने पेयजल व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि पानी के लिहाज से अगले ढाई महीने काफी क्रिटिकल है। इसलिए गर्मी के मौसम में पेयजल और बिजली की सप्लाई सुचारू रखें ताकि आमजन को कोई समस्या नहीं हो। उन्होंने समर कंटिजेंसी प्लान को तुरंत स्वीकृत कराकर काम शुरु करने के निर्देश दिए। पानी की चोरी रोकने के लिए चल रहे अभियान में प्रशासन एवं पुलिस का सहयोग लेकर ठोस कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने ईसरदा पेयजल प्रोजेक्ट का कार्य मानकों के अनुरूप गुणवत्तायुक्त करते हुए समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने ई-फाइल सिस्टम की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को फाइल निस्तारण के औसत समय में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय पर फाइल का निस्तारण होने से ही प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार झलकेगा और लोगों को समय पर राहत मिल सकेगी। उन्होंने राजस्थान सम्पर्क पर परिवादों के निस्तारण की प्रगति को लेकर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाले प्रकरणों का औसत निस्तारण समय 25 दिवस से घटाकर 10 दिन करना उल्लेखनीय है।
‘राइजिंग राजस्थान’ के दौरान हुए एमओयू की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने सभी संबंधित विभागों को निवेशकों को हरसंभव सहयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निवेशकों को किसी भी स्तर पर कोई बाधा का सामना नहीं करना पड़े।
मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना की क्रियान्विति की समीक्षा करते हुए आयुष्मान कार्डों का शत प्रतिशत वितरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) के कार्य शीघ्र पूरे करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले की चिकित्सा सेवाओं की स्थिति की समीक्षा की और हीट वेव के दौरान विशेष सतर्कता बरतते हुए कारगर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 के कार्य बरसात के मौसम से पहले पूर्ण कराने तथा ‘हरियालो राजस्थान’ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में पौधे लगाने की तैयारी शुरु करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूमि कनवर्जन एवं म्यूटेशन प्रकरणों का निस्तारण राज्य सरकार की ओर से निर्धारित समय सीमा में करने के निर्देश दिए। उन्होंने बजट घोषणाओं की क्रियान्विति के लिए भूमि आवंटन तथा आधारभूत संरचनाओं के लिए भूमि अवाप्ति के प्रकरणों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने जिले में अपराधों की स्थिति और उनके रोकथाम के लिए की जा रही कार्रवाई की समीक्षा करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध, अवैध ड्रग्स, अवैध शराब एवं अवैध खनन जैसे मामलों को लेकर राज्य सरकार विशेष संवेदनशील एवं गंभीर है। ऐसे अपराधों की रोकथाम के लिए खास सतर्कता बरतें और ठोस कार्रवाई करते हुए अपराधों में कमी लाएं। उन्होंने मिलावटी खाद्य सामग्री की आपूर्ति रोकने और आमजन को शुद्ध सामग्री उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को फील्ड में निरन्तर माॅनिटरिंग कर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर देवेन्द्र कुमार ने कहा कि ई-फाइल निस्तारण के औसत समय में सुधार, बिजली-पानी की नियमित आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाओं की समुचित उपलब्धता सहित मुख्य सचिव की ओर से दिए गए सभी निर्देशों की पूर्ण पालना कर आमजन को राहत प्रदान की जाएगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सागर, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र कुमार मीणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर रामस्वरूप चौहान, अतिरिक्त जिला कलक्टर लालसोट मनमोहन मीणा, उपखण्ड अधिकारी मूलचंद लूणिया, नगर परिषद् आयुक्त कमलेश मीणा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।





