Friday, April 26, 2024
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गाय-गांव की अनदेखी को लेकर निकाली जा रही स्वावलम्बन यात्रा

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बीकानेर Abhayindia.com गाय व गांव की अनदेखी को लेकर स्‍वावलम्‍बन यात्रा निकाली जा रही है। ये यात्रा नोखा के हिंयादेसर, किसनासर दक्षिण, किसनासर उत्तरादा आदि गांवों में जनजागरण करते हुए पहुँची। यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक चौधरी महेंद्र सिंह गोदारा ने हिंयादेसर गांव में सम्बोधित करते हुए कहा कि गाय हमारा आधार है। हमारा रोजगार, कृषि, स्वास्थ्य, ग्रामीण जनजीवन, अर्थव्यवस्था सभी को गाय प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है। राजस्थान में लंपी महामारी से भयंकर नुकसान हुआ है। जीवन के हर पहलू को इस लंपी महामारी ने झकझोर कर रख दिया है। अभी हमें गौ संवर्धन पर अधिक से अधिक कार्य करना होगा। लंपी अभी खत्म नही हुई है। हिंयादेसर गांव के ख्यालीराम उपाध्याय की एक गाय कल मर गयी, एवं दूसरी अभी भी लंपी ग्रस्त है। अन्य गायों में जो लंपी बीमारी की चपेट में आकर स्वस्थ दिख रही है, उनमें भी ब्याने के बाद नवजात बछड़ा या बछड़ी मरे हुए या विकृत पैदा हो रहे हैं। सरकार की लंपी महामारी के प्रति अनदेखी ने बहुत नुकसान किया है।

यात्रा के प्रदेश संयोजक गोस्वामी शीशपाल गिरि ने कहा कि गाय, गांव, गुरु, गीता, गंगा का हम स्मरण करके कार्य करते रहें। हम सेवाभावी और धार्मिक है यह हम शब्दों से नही अपने कर्म से दिखाए। हमारी भावी पीढ़ी हमारे कर्मों का अनुसरण करती है। गायों को हम जितना घर में रखकर सेवा कर सकते हैं उतनी गौशाला में सेवा नही हो सकती। जहां तक सम्भव हो किसी भी गाय या बछड़े को घर से बाहर न निकालें। गायों को घर से बाहर निकालने का मतलब है हमने गाय की उपयोगिता समाप्त कर दी और साथ ही अपना पूण्य भी समाप्त कर दिया। इसलिए हम सभी अपने पुण्य को संरक्षित भी रखें।

यात्रा के आयोजक एडवोकेट विनोद आर्य ने कहा कि नोखा राजस्व तहसील के गांवों में जनजागरण हो रहा है। गांवो में उत्साह से युवा, बड़े बुजुर्ग यात्रा का स्वागत कर रहे हैं एवं समर्थन दे रहे हैं।

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