शरद पूर्णिमा की रात कई मायने में महत्वपूर्ण मानी जाती है। भागवत महापुराण में कहा गया है कि आप चाहते हैं आपका भाग्य, सौभाग्य बन जाए तो शरद पूनम पर चमकीले, श्वेत और सुंदर चंद्र देव को इस मंत्र से पूजें। चांदी के बर्तन में दूध और मिश्री का भोग लगाकर इस मंत्र का रात भर जप करें।
यह हैं मंत्र : ‘पुत्र पौत्रं धनं धान्यं हस्त्यश्वादिगवेरथम् प्रजानां भवसि माता आयुष्मन्तं करोतु मे।’
शरद पूर्णिमा : रात 10 से 12 बजे तक का स्नान, ऐसे करेगा ऊर्जा का संचार