बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान राज्य अभिलेखागार की ओर से 4 से 7 मार्च तक अभिलेख सप्ताह आयोजित किया जाएगा। इसके तहत 4 और 5 मार्च को विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के अभिलेख संग्रहालय का नि:शुल्क भ्रमण किया जा सकेगा।
अभिलेखागार निदेशक डॉ. नितिन गोयल ने बताया कि इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में भारतीय इतिहास के प्रति जागरूकता एवं चेतना विकसित करना है। इसके लिए विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों को पत्र भेजे गए हैं।
इस दौरान अभिलेख प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। जिसके माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम 1857 की क्रांति में राजपूताना की विभिन्न रियासतों के योगदान को दस्तावेजों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। इस दौरान शोधार्थी विमर्श बैठक भी आयोजित जाएगी। अभिलेखागार द्वारा गूगल स्कॉलर फॉर्म लॉंच किया जाएगा। इसका उद्देश्य शोधार्थियों के लिए अभिलेखागार को आधुनिक दृष्टि से सुविधा युक्त एवं शोध उपयोगी बनाने के संबंध में सुझाव आमंत्रित करना है।
डॉ. गर्ग देंगे व्याख्यान
डॉ. गोयल ने बताया कि वर्तमान में अभिलेखों के संरक्षण का सर्वोत्तम माध्यम उनका डिजिटाईजेशन है। राष्ट्रीय स्तर पर अभिलेखों की डिजिटाईजेशन तकनीक और अभिलेख संरक्षण में माईक्रोफिल्म तकनीक के योगदान की जानकारी के लिए 6 मार्च को ‘माईक्रोफिल्मिंग एवं डिजिटाईजेशन : अभिलेख संरक्षण का एक सशक्त माध्यम’ विषय पर व्याख्यान आयोजित किया जाएगा। दिल्ली राज्य अभिलेखागार के उप निदेशक डॉ. संजय गर्ग इसके मुख्य वक्ता होंगे।
इसी श्रृंखला में 6 मार्च को ‘मध्यकालीन भारत में राज्य एवं पंचायत के संबंधों पर गुड गर्वनेंस की भूमिका’ पर महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रो. शिवकुमार भनोत द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा। टैगोर फेलो डॉ राजेन्द्र कुमार द्वारा ‘क्षेत्रीय इतिहास लेखन में पुरालेखीय सम्पदा की उपयोगिता’ पर व्याख्यान दिया जाएगा।
महिलाओं के योगदान पर होगी संगोष्ठी
उन्होंने बताया कि विश्व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर 7 मार्च को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘राजस्थान के इतिहास में महिलाओं की स्थिति एवं भूमिका’ आयोजित होगी। इसमें दिल्ली विश्वविद्यालय, जोधपुर विश्वविद्यालय, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली, मेयो कॉलेज अजमेर, जामिया विश्वविद्यालय दिल्ली, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय आदि के महिला इतिहासकारों द्वारा राजस्थान के इतिहास में महिलाओं की स्थिति पर अपना शोध साझा किया जाएगा। आधी आबादी को संबोधित करने वाले इस विषय पर यह आयोजन अभिलेखागार की स्थापना के पश्चात प्रथम बार होगी। इसमें राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान एवं पोकर मल राजरानी ट्रस्ट का सहयोग रहेगा।
आयोजन का उद्घाटन बीकानेर (पूर्व) विधायक सिद्धि कुमारी एवं अन्य अतिथियों द्वारा किया जाएगा। इस दौरान अभिलेखागार के अभिलेख जर्नल के कवर पेज का विमोचन किया जाएगा। सहायक निदेशक रामेश्वर बैरवा एवं डॉ. हरिमोहन मीना ने बताया कि अभिलेख सप्ताह के माध्यम से अभिलेखागार द्वारा समाज के हर वर्ग को सम्मिलित करने का प्रयास किया गया है।