Monday, May 6, 2024
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बीकानेर की सियासी फ़िज़ा में कई सवाल छोड़ गए राजनाथ सिंह व भजनलाल

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बीकानेर (आचार्य ज्योति मित्र) बीकानेर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल के पक्ष में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व इसी सिलसिले में बीकानेर आए मुख्यमंत्री भजनलाल राजनीतिक फ़िज़ा में कई सवाल छोड़कर गए हैं। इन सवालों का जवाब पाने के लिए बीकानेर में नौकरशाहों व भाजपाइयों में कयासों का बाजार गर्म है।

राजनाथ सिंह ने कोलायत में हजारों लोगों के समक्ष जिस तरह से देवीसिंह भाटी को अपने सम्बोधन में तवज्जो दी उससे राजनीति के पंडित हतप्रभ है। राजनाथ ने कहा मैं पहले भी कोलायत आया था व आज भी आया हूँ फर्क साफ दिख रहा है। मंच पर सबसे पहले भाटी का स्वागत व बाद में कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी के भाषण के लिए कहा आपको पहली बार सुना आप अच्छा बोलते है।

गौरतलब है कि अंशुमान सिंह ने अपने सारगर्भित उदबोधन में राजनाथ के समक्ष कोलायत में डिफेंस एकेडमी खोलने की मांग रखी थी। इसके जवाब में रक्षा मंत्री आचार संहिता के चलते भले ही प्रत्यक्ष घोषणा तो नहीं कि लेकिन अंशुमान के भाषण की सराहना कर ये संकेत दे दिया कि आपकी बात को मैंने ध्यान से सुना है। राजनाथ ने अपने भाषण में कई दफा देवीसिंह भाटी का नाम लेते हुए कहा जब ये हमसे दूर हो गए तो अच्छा नहीं लगता था। राजनाथ ने कहा भाटी भले ही माने या न माने ये शुरू से मेरे दिल के करीब रहे है। अब ये साथ है तो मुझे आत्मिक संतोष है। जब जब राजनाथ ने भाटी का नाम लिया जनता भाटी के नाम के नारे लगाती रही। राजनीति के पंडित कहते है जिले के सभी विधायकों व पदाधिकारियों के समक्ष इस तरह से भाटी को तवज्जो देने से भविष्य में भाटी व विधायक अंशुमान सिंह के भाजपा में कद बड़ा होने की संभावनाओं को पर लग गए है।

भाटी ने भी इसी मंच से राजनाथ सिंह का स्वागत करते हुए स्व. जसवंत सिंह जसोल को याद करते हुए कोलायत फलोदी रेल लाइन के कार्य का जिक्र कर कहा कि जहां अपने आदमी होते है वहां देर नहीं होती। भाटी ने भी कोलायत में डिफेंस एकेडमी की आवश्यकता जताई।

उल्लेखनीय है कि नब्बे के दौर में भाटी के सामाजिक न्याय मंच के आंदोलन में भाटी केंद्र सरकार से राजनाथ सिंह फार्मूले के अनुरूप हल निकालने की मांग कर रहे थे। उस समय से ही राजनाथ व भाटी के सम्बंध सुर्खियों में रहे हैं। बहरहाल, चुनावी सभा में राजनाथ का भाटी के सम्बंध में खुलकर बोलना भाजपा के कई कागजी नेताओं को रास नहीं आ रहा है।

उधर, देशनोक मंदिर में मुख्यमंत्री भजन लाल व अंशुमान की अकेले मे गुफ्तगू की चर्चा भी जोरों पर है। मुख्यमंत्री के साथ इस नितांत एकांत की बातचीत से नौकरशाही के कान भी खड़े हो गए है। जिले में पदस्थापित एक अधिकारी कहते है इतना संकेत पर्याप्त है।  बहरहाल, सब कुछ भविष्य के गर्भ में है लेकिन भाटी समर्थकों का उत्साह अपने चरम पर है।

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