दिल्ली। राजस्थान में चल रहा सियासी संग्राम कांग्रेस आलाकमान की मध्यस्थता में हुई गहलोत-पायलट के बीच हुई सुलह की बैठक के बाद एकबारगी थम गया है। बीते एक महीने से बागी तेवर दिखाने वाले सचिन पायलट अब कांग्रेस की राह पर चलने को तैयार हैं। इस बीच, समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से आई खबर के अनुसार, सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ‘निकम्मा’ वाले कमेंट पर कहा है कि मैंने अपने परिवार से कुछ संस्कार हासिल किए हैं। कितना भी मैं किसी का विरोध करुं किसी भी दल का नेता हो, मेरा कट्टर दुश्मन भी हो। मैंने कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया।
पायलट ने कहा कि अशोक गहलोत जी उम्र में मुझसे काफी बड़े हैं और व्यक्तिगत रूप से मैंने उनका सम्मान ही किया है। मैं इसे लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा।
पायलट ने यह भी कहा कि मैं किसी पद की इच्छा नहीं रखता, ये चीजें आती-जाती हैं। हमें जनता के विश्वास को मजबूत करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। मेरे और कुछ विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कांग्रेस द्वारा तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है। हमने जो मुद्दे उठाए हैं, वे महत्व काफी महत्वपूर्ण है। हमारी बैठक में, प्रियंका और राहुल गांधी ने हमारी शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि उन्हें हल करने के लिए एक रोड मैप तैयार किया जाएगा।