







जयपुर Abhayindia.com राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 के मद्देनजर राजनीतिक दल अब अपने नाराज नेताओं को साधने में जुट गए हैं। भाजपा ने हाल में जहां अपने कई पुराने और नाराज चल रहे नेताओं को साधते हुए उन्हें दुबारा पार्टी में शामिल किया है। वहीं, कांग्रेस भी इस दिशा में चलने लगी है।
ताजा मामला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से वरिष्ठ कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर सामने आया है। खबर है कि सीएम गहलोत विधायक कुंदनपुर की नाराजगी दूर करने की कोशिश में हैं। सीएम गहलोत ने कोटा जिले के दौरे के दौरान दो बार विधायक कुंदनपुर से मुलाकात की।
उन्होंने बुधवार रात सर्किट हाउस में था आज उनके निवास पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री के पहुँचने पर विधायक भरत सिंह और उनके समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।सीएम गहलोत और विधायक कुंदनपुर के बीच करीब पंद्रह मिनट चर्चा हुई। विधायक कुंदनपुर ने सीएम के समक्ष कई बातें रखी।
आपको बता दें कि विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के कथित भ्रष्टाचार और उसके प्रति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अनदेखी के खिलाफ बीते मंगलवार को मुंडन कराया था। सिंह ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि आपका ‘ईमान मर जाने पर’ मैं मुंडन करवा कर अपने केश आपको भेंट कर रहा हूं। कृपया यह तुच्छ भेंट स्वीकार करें एवं महात्मा गांधी को याद कर उनके बताएं सात पाप पर चिंतन करें। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पद स्थाई नहीं होता है।



