बीकानेर Abhayindia.com एम. एम. ग्राउंड में रविवार को प्रातः 11 बजे से पुष्करणा महाकुंभ आयोजित होगा। इसमें देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले हजारों पुष्करणा ब्राह्मण एकत्रित होंगे और समाज के शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक सशक्तिकरण पर मंथन करेंगे। इससे पहले वर्ष 1996 में देश भर के पुष्करणा बीकानेर में एकत्रित हुए थे। महाकुंभ से जुड़ी सभी तैयारियों को शनिवार को अंतिम रूप दिया गया। महाकुंभ संयोजक महेश व्यास ने बताया कि महाकुंभ के लिए पुष्करणा ब्राह्मणों में अपार उत्साह है। मुंबई, कोलकाता, चित्तौड़गढ़, जोधपुर, नागौर, जैसलमेर, फलोदी सहित विभिन्न क्षेत्रों के में रहने वाले पुष्करणा ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों का बीकानेर पहुंचने का सिलसिला शनिवार को चलता रहा। महाकुंभ की अध्यक्षता पंडित जुगल किशोर ओझा ‘पुजारी बाबा’ करेंगे। कार्यक्रम में पंडित नथमल पुरोहित, श्री ब्रह्म गायत्री सेवा आश्रम के अधिष्ठाता पंडित रामेश्वरानंद पुरोहित तथा पंडित घनश्याम आचार्य सहित अन्य कर्मकांडी पंडितों का सान्निध्य रहेगा।
महाकुंभ में विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली समाज की 121 प्रतिभाओं को महाकुंभ के दौरान सम्मानित किया जाएगा। महाकुंभ में विभिन्न वक्ता पुष्करणा ब्राह्मण समाज के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक, राजनीतिक उत्थान और महिला सशक्तिकरण विषय पर मंथन करेंगे। उन्होंने बताया कि महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए आवास, सुरक्षा, भोजन, वाहन, आमंत्रण, मंच व्यवस्था सहित विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया था। शनिवार को इन कमेटियों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा करते हुए इन्हें अंतिम रूप दिया गया।
आयोजन समिति के राजकुमार किराडू ने बताया कि आयोजन समिति द्वारा शहर के प्रत्येक घर में घर तक महाकुंभ का आमंत्रण पहुंचाया गया है। शनिवार को भी जनसंपर्क का सिलसिला जारी रहा। महिलाओं और युवाओं ने विभिन्न मोहल्लों में इसका प्रचार किया। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी महाकुंभ में भागीदारी से जुड़ी पोस्ट्स भी वायरल होती रही। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर बैठक, छाया, पेयजल, सुरक्षा, तथा पार्किंग सहितसंपूर्ण व्यवस्थाएं की गई हैं। कार्यक्रम के लिए कार्यक्रम स्थल पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया गया है। यह कार्यक्रम की समाप्ति तक कार्यरत रहेगा।
वर्ष 1996 में हुआ था राष्ट्रीय सम्मेलन : आयोजन समिति के भंवर पुरोहित ने बताया कि इससे पहले अंतिम बार वर्ष 1996 में अखिल भारतीय पुष्टिकर सेवा परिषद का राष्ट्रीय सम्मेलन पुष्करणा स्टेडियम में आयोजित हुआ था। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल स्व. मोती लाल वोरा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे थे।
केंद्रीय मंत्री सहित अन्य विशिष्ट जनों ने दी दिए बधाई संदेश : उन्होंने बताया कि महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा, विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक सुशील ओझा और विप्र सेना प्रमुख सुनील तिवाड़ी सहित अन्य विशेषजनों द्वारा अपनी शुभकामना संदेश दिए गए हैं।
अंतिम दिन दी घर घर दस्तक : पुष्करणा महाकुंभ के अंतिम दिन तक जनसंपर्क का सघन अभियान चलाया गया। आयोजन से जुड़े नवनीत पुरोहित ने बताया कि भगवान परशुराम सर्किल पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान वैदिक मंत्रोचार के साथ भगवान परशुराम का पूजन किया गया। इसके बाद पूर्व विधायक गोकुल प्रसाद पुरोहित की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि करते हुए विभिन्न टीमों ने अलग-अलग क्षेत्र में जनसंपर्क किया। इस दौरान मुरलीधर व्यास नगर, नत्थूसर गेट, जस्सूसर गेट, शहरी परकोटे के विभिन्न मोहल्लों में लोगों से मुलाकात की गई। इस दौरान महेश व्यास, अविनाश जोशी, राजकुमार किराडू, भंवर पुरोहित, डॉ. सत्य प्रकाश आचार्य, रूप किशोर व्यास, श्रीगोपाल पुरोहित कूड, कन्हैया लाल कल्ला, अनिल कल्ला, शिव शंकर बिस्सा, नरेश जोशी, अरविंद किशोर आचार्य, आनंद जोशी, नवरतन व्यास, श्रीलाल व्यास, किशन ओझा, रवि व्यास, रामकुमार व्यास, वीरेंद्र किराडू, धन्नू थानवी, ऋषभ जोशी, देव व्यास, स्नेह राज व्यास, जय गोपाल जोशी, सुरेंद्र व्यास, गोपाल व्यास, कृष्णा व्यास, अर्चना थानवी, माधुरी पुरोहित सहित आयोजन से जुड़े अनेक लोग मौजूद रहे।