Sunday, May 5, 2024
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अगले सीएम के सवाल पर पायलट का शायराना अंदाज- “जब इतना बड़ा कोई जहाज उड़ाता है, तो बीच में बादल और चील-कौवे भी आते हैं…

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जयपुर Abhayindia.com राजस्‍थान में 2023 में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? इस सवाल पर पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट ने शायराना अंदाज में कहा, “जो किस्मत में लिखा है, उसे कोई छीन नहीं सकता, उसे कोई दे नहीं सकता।उड़ान बरकरार है और आसमान बहुत ऊंचा है। जब इतना बड़ा कोई जहाज उड़ाता है, तो बीच में बादल और चीलकौवे भी आते हैं। पायलट ने कहा कि राजनीति में हर आदमी को विचारधारा, पार्टी चुनने की आजादी है, लेकिन जनता गंभीरता से देखती है कि कौन क्या कर रहा है। पार्टी बदलना जनता के गले उतरता है या नहीं, ये महत्वपूर्ण है।

आपको बता दें कि न्यूज18 इंडिया के चौपाल कार्यक्रम में पायलट ने 2023 के चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की। पायलट ने कहा कि राजस्थान में पार्टी और सरकार मिलकर काम करेंगे, तो जो पिछले 30 साल से नहीं हुआ, वो हम कर के दिखा सकते हैं। हमें उम्मीद है कि कांग्रेस की सरकार फिर वापस आएगी। साल 2018 में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव हुआ था और 2023 में भी ऐसा ही होगा, क्योंकि सीएम उम्मीदवार घोषित करके चुनाव नहीं लड़ा जाता। चुनाव के बाद यह तय होगा।

चौपाल में सचिन पायलट ने कहा कि यूपीए है और मजबूत है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी चुनी हुई नेता है, इसलिए उनकी भी जिम्मेदारी है कि मौजूदा सरकार का बेहतर विकल्प तैयार करें। हम आपसी मतभेद उजागर करें, उससे बहुत ज्यादा लाभ नहीं होगा। कांग्रेस को सहयोगी दलों के साथ विमर्श करके बेहतर रणनीति बनानी होगी। पायलट ने कहा कि पिछले दो साल से राजस्थान की कैबिनेट में एक ही दलित मंत्री नहीं था। सरकार में सबकी भागीदारी और हर वर्ग का संतुलन होना चाहिए। 70 साल में पहली बार राजस्थान की सरकार में चार मंत्री दलित समुदाय के बने हैं।

बीकानेर में अब नहीं होगी गोलियों की धायंधायं! अवैध हथियारों के सौदागरों के पीछे पड़ गई पुलिस, एसपी ने

बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर के अमनपसंद माहौल को अब गोलियां की धायं-धायं से कोई दहला नहीं सकेगा।पिछले समय में सरेआम अपराधियों ने गोलियां चला कर यहां के माहौल को खराब करने की नाकाम कोशिश की थी। अब हथियारों के दम पर दहशत फैलाने वालों के खिलाफ बीकानेर पुलिस अलर्ट मोड पर है। आईजी (IG) प्रफुल्‍ल कुमार के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक (SP) योगेश यादव की ओर से हथियार तस्करों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इससे अपराध जगत में खलबली सी मची हुई है। एसपी के आव्हान पर जिला पुलिस की स्पेशल टीम यहां लगातार कार्यवाही कर हथियार तस्करों को दबोचने में जुटी हुई है। आपको बता दें कि बीकानेर में पदभार संभालते ही एसपी योगेश यादव ने अपने सूचना तंत्र से पता लगा लिया था कि जिले में अवैध हथियारों का चलन परवान है। उन्होंने अपनी स्पेशल पुलिस टीम समेत जिला पुलिस के तमाम थानेदारों को आगाह कर दिया कि अवैध हथियार रखने वाले कानूनी शिकंजे से बचने नहीं चाहिए है।

एसपी योगेश यादव के आव्हान पर अलर्ट मोड पर आई पुलिस ने हथियार तस्करों का नेटवर्क पता लगा कर उनके खिलाफ कार्यवाही की मुहिम में जुट गई। इस बीच, बीछवाल पुलिस ने एमपी के हथियार तस्कर मुन्ना को दबोचा तो उसकी निशानदेही पर हथियार सप्लायरों की नई गैंग सामने आ गई। नये सप्लायरों में भुट्टा का बास निवासी सिंकदर अली का नाम सामने आया है, जिसने बीकानेर में कई अपराधियों और युवाओं को पिस्टल और कारतूस सप्लाई किये है। इस सिलसिले में पुलिस ने एक नाबालिग समेत तीन युवकों गुड्डू उर्फ गुड्डियां निवासी सर्वोदय बस्ती, सीताराम जाट पुत्र रामकिशन जाट निवासी सर्वोदय बस्ती, अलराज उर्फ सोनू पुत्र अयूब खान निवासी धोबी तलाई को चार पिस्टल और चार जिंदा कारतूसों के साथ दबोच लिया। अब तक की जांच पड़ताल में पता चला कि बीकानेर में अवैध हथियार बाहर से आ रहे हैं। पुलिस बीकानेर में अपराधियों के पास से हथियार तो बरामद कर रही है, लेकिन हथियार तस्करी के सरगनाओं तक नहीं पहुंच पा रही है।

कमीशन पर हथियार

जानकारी के मुताबिक, बाहर से आने वाले इन हथियारों को बीकानेर के अपराधियों के माध्यम से ही कमीशन पर बेचा जा रहा है। इसमें देसी कट्टा 2 से 5 हजार रुपए तक, पिस्टल 5 से 15 हजार रुपए तक व माउजर 20 से 25 हजार रुपए तक मिल रही है। जानकारी में रहे कि अवैध हथियार दोहरे अपराध का कारण होता है। एक तो अवैध रूप से हथियार खरीदना। इसके बाद इसका उपयोग कर वारदातों को अंजाम देना। ऐसे में अवैध हथियार रखने वाले समाज व सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक होते हैं। वैसे बीकानेर में अवैध हथियार रखने का ट्रेड नया नहीं है। पुलिस पहले भी कई दफा अवैध हथियारों की खेप के साथ सप्लायरों को दबोच चुकी है।

बीकानेर को बना रखा ट्रांजिट रूट

हथियार तस्करी के नेटवर्क की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस को आंशका है कि पश्चिम राजस्थान में सक्रिय हथियार तस्करों ने बीकानेर को ट्रांजिट रूट बना रखा है। बड़ी संख्‍या में हथियार यहीं से होकर मध्य प्रदेश से पंजाब और हरियाणा जाते हैं। पिछले दिनों जब बीछवाल पुलिस ने एमपी के तस्कर मुन्ना को दबोच कर पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि बीकानेर से पहले वह हरियाणा में हथियारों की खेप पहुंचा कर आया था। बीते साल जोधपुर पुलिस के हत्थे चढ़े कुछ युवकों से सख्‍ती से पूछताछ हुई तो इस तस्करी के तार बीकानेर से जुडऩे का पता चला। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्होंने बीकानेर में भी आठ पिस्टल सप्लाई किये है। इसमें बीकानेर के हरिजन बस्ती बड़ी गुवाड़ निवासी सन्नी पंडित का नाम सामने आया था।

लगातार पकड़े जा रहे अवैध हथियार

एसपी के आव्हान पर हथियार तस्करों के खिलाफ चलाये गये ऑपरेशन व्रज के तहत व्यास कॉलोनी पुलिस ने गत दिनों जोधपुर बाईपास इलाके में कोटड़ी रोड़ पर दबिश देकर पुरानी गिन्नाणी टोकला हाउस के समीप रहने वाले शातिर नकबजन जितेन्द्र उर्फ जीतू पुत्र प्रेमंचद माली को दबोच कर उसके कब्जे से लोडेड देशी कट्टा बरामद किया। सीआई महावीर प्रसाद ने बताया कि बीते दिनों जिला पुलिस की स्पेशल टीम द्वारा दबोचे गए हथियार सप्लायरों से पूछताछ में पता चला कि अवैध हथियार खरीदने वालों में पुरानी गिन्नाणी निवासी जितेन्द्र माली भी शामिल है। बुधवार देर रात पुलिस को पुख्‍ता तौर पर सूचना मिली कि जितेन्द्र माली और उसका एक साथी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिये जोधपुर बाईपास इलाके में लोडेड कट्टा लिये घूम रहा है। पुलिस टीम ने देर रात उसे दबोच कर कब्जे से देशी कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद कर लिया और उसकी निशानदेही पर चोरी के कई चौपहिया वाहन जब्त किये। विशेष रिपोर्ट : मुकेश पूनिया 

 

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