बीकानेर Abhayindia.com महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी (एमजीएसयू) इतिहास विभाग की ओर से आयोजित अहिंसा सप्ताह का समापन गुरुवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं की घोषणा के साथ किया गया।
अहिंसा सप्ताह के आयोजन सचिव डॉ मेघना शर्मा ने बताया कि इतिहास विभाग द्वारा गांधीजी के पुण्य तिथि सप्ताह को एमजीएसयू द्वारा अहिंसा सप्ताह के रूप में मनाया गया जिसके तहत राष्ट्रीय संगोष्ठी पोस्टर प्रतियोगिता और परिसंवाद प्रतियोगिता जैसी गतिविधियां शामिल की गई। बुधवार को आयोजित संवाद प्रतियोगिता का विषय गांधीवादी विचारधारा समाज और राष्ट्र के पथ प्रदर्शक के रूप में रखा गया जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों यथा कंप्यूटर साइंस भूगोल इतिहास राजस्थानी के विद्यार्थियों ने दमखम के साथ प्रतियोगिता में अपने अपने विचार रखे। परिसंवाद प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका डॉ. मुकेश हर्ष, सुधीर छिंपा और रामोवतार उपाध्याय द्वारा निभाई गई।
प्रतिभागियों द्वारा दक्षिण अफ्रीका में गांधी को प्रथम श्रेणी के डिब्बे से बाहर फेंका जाना, भारत की महिलाओं के पास कपड़े ना होने के कारण गांधी की सभा में ना आने का फैसला किया जाना,
दांडी मार्च, स्वराज व स्वदेशी की मांग, असहयोग आंदोलन के साथ–साथ गांधी द्वारा चलाए गए हरिजन उद्धार आंदोलन व चंपारण सत्याग्रह आदि की घटनाओं को सहेजते हुए निर्धारित 3 मिनट में विचाराभिव्यक्ति की गई।
मीडिया प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि गुरुवार को घोषित किए गए परिणामों में इतिहास विभाग के निखिल सिंह प्रथम, भूगोल विभाग के सुजल राजपुरोहित और इतिहास की ऐश्वर्या पुरोहित संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे। तीसरे स्थान पर राजस्थानी विभाग के सुरेंद्र बिश्नोई ने कब्जा जमाया। सांत्वना पुरस्कार कंप्यूटर साइन्स विभाग के सुरेश कुमार को घोषित हुआ। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर क्रमशः संगीता, फ़राह और सुमन रहीं। सांत्वना पुरस्कार इतिहास विभाग की रूपाली सुथार को घोषित किया गया।