







बीकानेर abhayindia.com सूर्य 12 राशियों में भ्रमण करते हुए धनु राशि निकल कर 14जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी दिन मकर संक्रांति पर्व मनाया जाता है।
पंचागकर्ता पंडित राजेन्द्र किराड़ू के अनुसार मकर संक्रांति इस बार पीले वस्त्र धारण कर सिंह पर सवार होकर हाथ में चांदी का पात्र लेकर प्रवेश करेगी। संक्रांति का निवास पर्वत पर होगा, जो अच्छी बारिश का कारक है। किराड़ू के अनुसाार सूर्य बारह स्वरूप धारण करके बारह महिनों में बारह राशियों में संक्रमण करते रहते है, सूर्य के संक्रमण से ही संक्रांति होती है। किराड़ू के अनुसार अग्नि पुराणा के अनुसार मकर संक्रांति महापर्व है, इस कारण सभी संक्रांतियों से इसकी मान्यता अधिक है।
पुण्यकाल सुबह से ही…
पंडित राजेन्द्र के अनुसार मकर संक्रांति पौष और माघ माह में 14 जनवरी को ही आती है, इस बार भी इसी दिन दोपहर 12:35 बजे सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसका पुण्यकाल सुबह सूर्योदय 7:32 बजे से ही शुरू हो जाएगा।
इसका है महत्व…
संक्रांति पर्व पर हरिद्वार, काशी, अयोध्या सरीखे तीर्थ स्थानों पर सूर्योदय से पहले स्थान करने का खास महत्व है। इसी दिन सूर्य देव की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए। इसी दिन गर्म वस्त्र, कम्बल, तिल एवं तिल से निर्मित वस्तुओं का दान और अन्य खाद्य सामग्री का दान करने का महत्व है।



