Sunday, December 29, 2024
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बीकानेर में चारों दादा गुरुओं का भक्ति संगीत के साथ महापूजन

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बीकानेर Abhayindia.com जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की वरिष्ठ साध्वीश्री मृगावती, सुरप्रिया व नित्योदया के सान्निध्य शनिवार को रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में चारों दादा गुरुदेवों का महापूजन भक्ति संगीत के साथ किया गया। पूजा में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं के जोड़ों ने श्रद्धा व भक्ति से दादा गुरुदेवों के साथ अन्य देवों का भी पूजन वंदन किया।

महापूजन सुप्रसिद्ध विधिकारक मनोजभाई, बाबूलाल हरण परिवार के गौरव हरण के नेतृत्व में किया गया। पूजा के दौरान बाहर से आए कलाकारों के साथ बीकानेर के वरिष्ठ भजन गायक मगन कोचर, सुनील पारख, कुशल दुग्गड़ आदि ने विभिन्न राग व तर्जों में भक्ति गीत, दादा गुरुदेवों की स्तुतियां प्रस्तुत कर वातावरण को करीब तीन घंटें तक भक्तिमय बनाएं रखा। पूजा व साधार्मिक भक्ति का लाभ उदयरामसर के सुश्रावक थानमल बोथरा परिवार के पवन व प्रवीण बोथरा, उदयरामसर ने लिया।

साध्वी मृगावती ने कहा कि बीकानेर धर्मधरा दो दादा गुरुओं की तपोस्थली रही है। बीकानेर में सभी चारों दादागुरुओ युग प्रधानश्री जिन चन्द्र सूरि, मणिधारी श्री जिन चन्द्र सूरि, जिन कुशल सूरि, व युग प्रधान जिन चन्द्र सूरि की प्राचीन दादाबाड़ियां यहा के धार्मिक, आध्यात्मिक महत्व की प्रभावना शताब्दियों से कर रही है। दादा गुरुदेव की श्रद्धाभाव से पूजा अर्चना करने से रोग,शोक व दोष दूर होते है तथा सुख, समृद्धि व आत्म उन्नति होती है। दादा गुरुदेव के इकतीसा में कहा गया है ’’श्री गुरुदेव दयाल को, मन में ध्यान लगाए, अष्टसिद्धि, नव निधि मिले, मन वांछित फल पाय’’। श्रावक-श्राविकाएं नियमित अमावस्य व पूर्णिमा के साथ प्रतिदिन दादा गुरुदेवों की पूजा अर्चना करें।

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