बीकानेर Abhayindia.com सरकारी महकमों बढ़ती निजीकरण की भागीदारी के खिलाफ श्रमिक संगठन लामबंद हो रहे हैं। केन्द्रीय संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जिला कलक्ट्रेट कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान श्रमिक नेताओं ने केन्द्र सरकार की नीतियों को मजदूर, किसान, कर्मचारी व जन विरोधी बताया। प्रदर्शन के दौरान एक ज्ञापन जिला कलक्टर को सौंपा।
निजीकरण अनुचित…
इस मौके पर श्रमिक नेता वाई के शर्मा योगी ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों के प्रति सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान अवसर तलाशते हुए सरकार अध्यादेशों के माध्यम से सरकारी महकमों को निजी हाथों मे दे रही है यह अनुचित है।
वक्ताओं ने कहा कि आज लॉकडाउन की अव्यवस्थित प्रक्रिया में आमजन तो सकते में है, लेकिन कॉर्पोरेट के मुनाफे दुगने हो गए। इंटक नेता हेमंत किराड़ू ने कहा कि सरकार रेलवे, बिजली, बीएसएनएल सहित क्षेत्रों को निजी हाथों में देने की मंशा रखती है। श्रमिक संगठन इसका विरोध लगातार करते रहेंगे।
श्रमिक नेता हुए शामिल
प्रर्दशन में शामिल बैंक श्रमिक नेता वाई के शर्मा योगी, इंटक के अशोक पुरोहित, हेमंत किराड़ू, एटक के प्रसन्न कुमार, सीटू के मूलचंद खत्री, बीएसएनएल के गुलाम हुसैन व कमल सिंह के नैतृत्व में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा गया।