नई दिल्ली /जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में सियासी संकट के चलते कांग्रेस हाईकमान एक्टिव मोड पर आ गया है। रविवार को जयपुर में हुए घटनाक्रम के बाद हाईकमान ने मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ को तुरंत दिल्ली बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ राजस्थान कांग्रेस संकट में मध्यस्थता की भूमिका निभा सकते हैं।
इधर, राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने कहा है कि विधायक दल की बैठक में विधायकों का नहीं आना अनुशासनहीनता है। हम एक–एक विधायक से मिलकर उनकी राय जानना चाहते थे, लेकिन वे सामूहिक रूप से मिलने पर अड़े रहे। वे अपनी बात को रेज्यूलेशन में शामिल करने की मांग कर रहे थे। जबकि रेज्यूलेशन एक लाइन का होता है। कांग्रेस के इतिहास में सशर्त रेज्यूलेशन आज तक पास नहीं हुआ है। उन्होंने अध्यक्ष के चुनाव तक सीएम पर कोई चर्चा नहीं कराने की मांग रखी, यह संभव नहीं है।
आपको बता दें कि कांग्रेस हाईकमान ने नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर रविवार को अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे को जयपुर भेजा था। लेकिन, गहलोत समर्थक विधायकों ने पर्यवेक्षकों से मुलाकात नहीं की।