Monday, April 29, 2024
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राजस्थान शतरंज संघ का नवाचार, प्रदेशाध्यक्ष रांका ने लाइव चैस सॉफ्टवेयर किया लाँच

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बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान शतरंज संघ की ओर से प्रदेशाध्यक्ष महावीर रांका की अध्यक्षता में दो महत्वपूर्ण विषयों से संबंधित एक मीटिंग आयोजित की गई। राजस्थान शतरंज संघ के प्रदेशाध्यक्ष महावीर रांका ने बताया कि बैठक में आगामी 10 मार्च को अखिल भारतीय शतरंज संघ के चुनाव को देखते हुए राजस्थान के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करना और बीकानेर में आयोजित की गई अन्तर्राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता के खातों को आमसभा में प्रस्तुत कर उनका अनुमोदन करना था।

इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों द्वारा अध्यक्ष की विशेष अनुमति से पिछले कुछ समय से राजस्थान शतरंज संघ एवं जिला संघों के बारे में शिकायतें प्राप्त होने और उनका सही समय और सही रूप से निराकरण नहीं होने के कारण मुद्दा उठाया गया। इस पर आगामी सभा में विचार-विमर्श कर समाधान करने का निर्णय लिया गया।

अध्यक्ष रांका ने बताया कि जिला शतरंज संघों और खिलाडिय़ों को किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेना, शुल्क जमा करवाना, प्रतियोगिता के बारे में जानकारी लेना आदि बहुत कठिन प्रणाली से निजात दिलाने के लिए एक लाइव चैस नाम से सॉफ्टवेयर का निर्माण किया गया है। उदयपुर के इंद्रकुमार प्रजापति द्वारा यह सॉफ्टवेयर राजस्थान शतरंज संघ को नि:शुल्क उपलब्ध करवाया गया है।

इंद्रकुमार प्रजापति ने बताया कि राजस्थान के सभी जिला शतरंज संघ और खिलाड़ी इस लाइवचैस सॉफ्टवेयर के माध्यम से भविष्य में प्रतियोगिताओं का आयोजन कर सकेंगे। एक बार खिलाड़ी अपना डाटा इस सॉफ्टवेयर पर डाल देगा तो उसके बाद उसे बार-बार कोई फार्म नहीं भरना पड़ेगा। एक क्लिक में उसका फार्म जमा हो जायेगा तथा एक क्लिक में टूर्नामेन्ट की फीस जमा करवा कर फार्म भरने और डाटा लीक होने के खतरे से निजात पा सकेगा। इससे आयोजक केटेगरी टूर्नामेन्ट, टाई निकालने, फीस जमा होने की जांच करने आदि के झंझटों से मुक्ति भी मिलेगी। बैठक में राजस्थान शतरंज संघ के कुल सदस्य संख्या की उपस्थिति 70 प्रतिशत रही।

विद्यार्थियों को सुसाइड से बचाएगा यह रिसर्च

राजस्थान शतरंज संघ की बैठक के दौरान अजमेर के अत्तर अब्बास द्वारा विद्यार्थियों में आत्महत्या की प्रवृत्ति को शतरंज के माध्यम से रोकने के लिए एक रिसर्च पेपर का भी विमोचन किया। प्रदेशाध्यक्ष रांका ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा आत्महत्या करने की बढती प्रवृति से ना केवल आमजन बल्कि समाज का हर तबका परेशान है। इसी को ध्यान में रख कर अजमेर के अत्तर अब्बास के द्वारा छात्रों में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृति पर रिसर्च किया गया और कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृति को रोकने के लिए उसके कारगर उपायों का निष्कर्षो का संकलन किया गया। यदि विद्यार्थी अथवा आमजन शतरंज को खेले तो निश्चित रूप से निराश नहीं होगा और हर परिस्थिति से मुकाबला करने की क्षमता बढ़ेगी।

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