बीकानेर Abhayindia.com परम श्रद्धेय परम आराध्य आचार्य भगवन 1008 आचार्य रामलाल म.सा. के मार्गदर्शन में निर्मित बच्चों के लिए अध्यात्म साधना के मौलिक सिद्धान्त पर भव्य जीवन निर्माण शिविर का आयोजन किया गया। शासन दीपकश्री राकेश मुनिजी म.सा. के सानिध्य में आयोजित शिविर में 12 से 25 वर्ष के 385 से अधिक युवक–युवतियों ने भाग लिया। म.सा. ने फरमाया कि व्यक्ति अनन्त शक्ति से सम्पन्न होता है। वो जैसा सोचता है वो वैसा ही वह बनता है। इसलिए हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। सकारात्मक सोच रखने वाला व्यक्ति कभी दुःखी नही होता है। हर व्यक्ति सुख की खोज में लगा रहता है, परन्तु सुख बढ़ती उम्र के साथ कम होता जाता है क्योंकि व्यक्ति हमेशा नकारात्मक सोचता है। यदि हम सकारात्मक सोचना प्रारंभ कर दें तो हमारा सुख बढता चला जाएगा। म. सा. ने यह भी फरमाया कि माता–पिता परिवार को बच्चों के साथ मित्रता का व्यवहार रखना चाहिए जिससे बच्चें अपने मन की बात आसानी से उनको बता सके।
श्री साधुमार्गी जैन संघ गंगाशहर–भीनासर के अध्यक्ष कौशल दुग्गड़ ने बताया कि शिविर के प्रति युवक–युवतियों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला है। 300 के लगभग फार्म भरे गये पर बड़ी संख्या में बच्चों ने ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करवाया। सभी बच्चों ने सामायिक करने के लिए उत्साह दिखाया।
संघ अध्यक्ष दुग्गड़ ने बताया कि 18 जून से 25 जून तक शिविर चलेगा जिसमें आने वाले दिनों में बच्चों की संख्या और बढ़ सकती है। संघ मंत्री विमल सेठिया ने बताया कि शिविर कि प्रथम दिन सभी शिविरार्थियों व उपस्थित महानुभावों के लिए संघ की तरफ से अल्पाहार की सुंदर व्यवस्था की गई। शिविर के शानदार व सफल आयोजन में शिविर संयोजक पारस डागा, सह संयोजक चन्दन बैद, दीपक रांका, तृप्ति पुगलिया, विध्या सुराणा, रिंकु नाहटा, बिन्दु डागा, समता महिला समिति, श्री समता बहु मण्डल, श्री समता युवा संघ व अनेक गणमान्य महानुभावों का सहयोग रहा।