Friday, April 26, 2024
Hometrendingबीकानेर के सागर आश्रम में विशाल सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार 1 जुलाई को,...

बीकानेर के सागर आश्रम में विशाल सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार 1 जुलाई को, आवेदन के लिए…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर Abhayindia.com ब्रह्मचर्य आश्रम देवीकुंड सागर में विशाल एवं भव्य सामूहिक उपनयन संस्कार का आयोजन 1 जुलाई को होगा। करपात्रि स्वामी निरंजन देव तीर्थ कीर्ति प्रन्यास राम लक्ष्मण भजनाश्रम के अधिष्ठाता दण्डी स्वामी श्रीधरानन्द सरस्वती महाराज ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आश्रम में प्रति वर्ष बड़े पैमाने पर यज्ञोपवीत संस्कार का आयोजन किया जाता है।

उन्होंने बताया कि यज्ञोपवीत मानव के 16 संस्कारों में से एक बेहद प्रमुख संस्कार है जिसके बिना किसी भी प्रकार का धार्मिक कार्य संपन्न नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जन्म के पश्चात इस संस्कार से ही व्यक्ति द्विजत्व को प्राप्त करता है इसलिए समस्त दोष निवारण, गुणवर्धन  एवं परिष्कार के लिए यज्ञोपवीत परम अवश्यक है।  दंडि स्वामी सर्वेश्वरानन्द सरस्वती ने बताया कि यज्ञोपवीत के धागों के तंतुओं में सभी वेदों एवं देवताओं का वास होता है जिससे व्यक्ति में देवत्व का विकास होता है तथा भगवद्ग प्राप्ति की योग्यता आती है। आश्रम के ट्रस्टी मांगी लाल भोजक ने यज्ञोपवीत के सामूहिक आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पितृ ऋण, ऋषि ऋण एवं देव ऋण से मुक्त होने के लिए उपनयन संस्कार किया जाना बहुत जरूरी है। यज्ञोपवीत धारण करने के बाद व्यक्ति इस प्रकार के ऋण चुकाने के लिए अधिकृत होता है।

सामूहिक उपनयन संस्कार 1 जुलाई आषाढ़ शुक्ला प्रतिपदा गुरुवार से शुरू होगा। इस दिन शाम पांच बजे से नंदी श्राद्ध, पंचांग पूजन, मुंडन संस्कार आदि किए जाएंगे तथा अगले दिन शुक्रवार को प्रातः साढ़े पांच बजे से संस्कार प्रारम्भ होगा। इस दौरान संस्कारित होने वाले बटूकों के अभिभावकों द्वारा भिन्न-भिन्न जिम्मेदारी का निर्वहन किया जाएगा। यज्ञोपवीत कार्यक्रम में भाग लेने के लिए द्विज पुत्र पंजीयन के लिए आश्रम से तथा भालचंद्र  गणेश मंदिर, किराडू बगीची से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। वेद विद्यालय देवी कुंड सागर में नए शैक्षिक वर्ष के लिए प्रवेश भी इसी दिन प्रारम्भ किए जाएंगेI

संपादकीय : “अभय इंडिया” की स्‍थापना का बेमिसाल एक दशक, निष्‍पक्ष पत्रकारिता के बूते किया 11वें वर्ष में प्रवेश…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular