मुकेश पूनिया/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। जिलेभर में लाईसेंस शुदा हथियारों का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या का वास्तविक आंकड़ा ना तो जिला प्रशासन के पास है ओैर ना ही पुलिस के पास ऐसे में हर बार चुनावी दौर में उन्हीं हथियार धारकों के हथियार थानों में जमा हो पाते है, जिनकी सूची पुलिस थानों में है।
सूत्रों की मानें तो बीकानेर में दशकभर पहले जिले में दस हजार से ज्यादा हथियारधारक थे, मगर पिछले पंाच सालों में इनकी तादाद घट कर पांच हजार के करीब रह गई है। इनका भी पूरा रिकार्ड ना तो जिला प्रशासन के पास है और ना ही पुलिस के पास। जिला पुलिस के पास जो रिकार्ड है, उसके मुताबिक बीकानेर जिले में कुल 4058 हथियार धारक है।
जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन की ओर से हथियारों धारकों के ताजा आंकड़ों की सूचना जिला पुलिस को नहीं दी गई। इस कारण पुलिस रिकॉर्ड में कई हथियारों का इन्द्राज ही नहीं हुआ। ऐसे में विधानसभा चुनाव के तहत आचार संहिता में सभी लोगों के हथियार पुलिस के पास जमा नहीं हो सकेंगे। जिसका फायदा उठाकर बड़ी संख्या में लोग आचार संहिता में खुलेआम हथियार लेकर घूमेंगे।
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जिला प्रशासन व पुलिस के पास मौजूद लाईसेंस शुदा हथियारों की संख्या में भारी भिन्नता है। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के तहत जिलेभर में धारा 144 व आचार संहिता लगी हुई है। ऐसे में हथियारों का उपयोग नहीं किया जा सकता। जिलेभर के डेढ़ दर्जन थानों में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के पास मौजूद हथियार का रिकॉर्ड पुलिस के पास नहीं होना जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के बीच तालमेल नहीं होने की बात को स्पष्ट करता है। हथियार लाईसेंसों का रिकॉर्ड नहीं होने से पुलिस की परेशानी भी बढ़ गई है।