हनुमानगढ़ Abhayindia.com हनुमानगढ़ की धान मंडी में एक व्यापारी की दुकान पर हुई फायरिंग के मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी एक्शन हुआ है। नाकेबंदी के दौरान लापरवाही बरतने और अपराधियों के संबंध में गलत सूचना देने पर तीन पुलिसकर्मियों को संस्पेंड करने तथा दो के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
फायरिंग की इस संगीन वारदात के नाकेबंदी के निर्देश के बावजूद लापरवाही बरतने पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह ने पीलीबंगा थाने के एएसआई राधेश्याम, कॉन्स्टेबल राजेश और चालक धीर सिंह को सस्पेंड किया है। वहीं, पीलीबंगा थानाप्रभारी विजय मीणा व संगरिया थाना के एएसआई दौलतराम के खिलाफ डयूटी में लापरवाही के आरोप में विभागीय जांच शुरू की गई है।
आपको बता दें कि हनुमानगढ़ के व्यापारी इंद्र कुमार हिसारिया की धान मंडी स्थित दुकान पर शनिवार सुबह हुई अंधाधुंध फायरिंग के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें जाकिर और युद्धवीर को बीकानेर जिले से और मयंकदीप को जयपुर से गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों से लॉरेंस गैंग की भूमिका के बारे में पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह ने बताया कि मामले की शुरूआती जांच में फिरौती के लिए दहशत फैलाने के लिए फायरिंग करने की बात सामने आ रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 12 टीमों का गठन किया गया था। इसमें हनुमानगढ़ पुलिस के साथ ही जयपुर कमिश्नरेट पुलिस और बीकानेर पुलिस की भी विशेष भूमिका रही। घटना के वीडियो और आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की गई। यह जानकारी भी सामने आ रही है कि फिरौती मिलने पर फायरिंग करने वाले तीनों आरोपियों को दस–दस लाख रुपए मिलने थे।