जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। कोटा शहर पुलिस के डोडा पोस्त की तस्करी में लिप्त निलम्बित कांस्टेबल प्रभुराम बिश्नोई को आखिरकार चित्तौडग़ढ़़ पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार कर लिया। बाप पुलिस थाने में जब्त डोडा-पोस्त से भरे ट्रक के मामले में प्रभुराम महीने 4 माह से फरार चल रहा था। उसे जोधपुर लाने के लिए पुलिस दल को चित्तौडग़ढ़़ भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार आरोपी प्रभुराम विश्नोई बतौर सिपाही होने के बावजूद उसके पास करोड़ों की सम्पत्ति है। कोटा शहर में एक इमारत हर माह करीब 2.40 लाख रुपए के हिसाब से किराए पर दे रखी है। इसके अलावा कई जगह जमीनें हैं।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राजन दुष्यंत के हवाले से आई खबर के अनुसार बाप थाना पुलिस ने कुछ महीने पहले डोडा पोस्त से भरे दो ट्रक पकड़े थे। एक मामले की जांच में डोडा-पोस्त सप्लाई करने वाले के रूप में ढ्ढढू गांव निवासी प्रभुराम विश्नोई पुत्र उदाराम भादू का नाम सामने आया, जो कोटा शहर पुलिस का सिपाही है। पुलिस ने उसकी तलाश के लिए दबिशें दी, लेकिन वो फरार हो गया। मौके से फरार होने वाले ट्रक चालक को पुलिस ने प्रभुराम के फार्म हाउस से गिरफ्तार किया था। अनेक जगहों पर दबिशें देने के बावजूद वह पकड़ में नहीं आ रहा था। इस बीच प्रभुराम के चित्तौडग़ढ़़ जिले में होने का पता लगा। जोधपुर पुलिस की सूचना पर चित्तौडगढ़़ थाना पुलिस ने नाकाबंदी कराई तो एक कार में प्रभुराम पकड़ में आ गया।
अब सुखराम की तलाश तेज
पिछले काफी समय से फरार रहने के कारण कोटा शहर पुलिस के सिपाही प्रभुराम भादू को निलम्बित किया जा चुका है। उसके साथ झालावाड़ पुलिस का कांस्टेबल सुखराम विश्नोई भी शामिल है। उसका भी अभी तक सुराग नहीं लग पाया है, उसे भी निलम्बित किया गया है।