बीकानेर Abhayindia.com अखिल राजस्थान बाबू एकता मंच ने राजस्थान के अधीनस्थ विभागों, सचिवालय, सरकारी, अर्धसरकारी, स्वायत्त शासी विभागों, आयोगों, निकायों, निगमों, बोर्डों में कार्यरत मंत्रालयिक संवर्ग बाबू को ग्रेड पे 3600 दिलवाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलन करने का निर्णय लिया है। मंच के प्रदेश संयोजक एवं प्रखर कर्मचारी नेता कमल नारायण आचार्य ने बताया कि एक सूत्री मांग को लेकर 27 सितंबर को दोपहर एक बजे जिला कलक्टर बीकानेर के माध्यम से राज्य सरकार को नोटिस दिया जाएगा। जिसमें आगामी आन्दोलन के चरण का खुलासा भी किया जायेगा।
संयोजक आचार्य ने बताया कि राजस्थान के बाबू वर्ग को ग्रेड पे कम होने के कारण आर्थिक नुकसान हो रहा है। जो संवर्ग बाबू संवर्ग से कम वेतनमान ले रहे थे अथवा समान वेतनमान में थे, उनका ग्रेड पे 3600 कर बाबू को आर्थिक बराबरी से पीछे धकेल दिया गया, राजस्थान सरकार द्वारा हमारी प्रमुख मांग ग्रेड पे 3600 को दरकिनार कर दिया गया है। 2013 में अधीनस्थ विभागों, संघों, महासंघों, आरपीएससी के प्रतिनिधियों ने एवं समस्त बाबू भाईयों ने इकट्ठे होकर नागौर में अपने हक के लिए ग्रेड पे 3600 की पुरजोर आवाज उठाई गई। पहली बार बाबू भाईयों के द्वारा ही एक मंच तैयार किया जाकर समय–समय पर आन्दोलन किये गये परंतु बाद में बाबू भाईयों की एकता को खंडित कर महासंघ अलग–अलग टुकड़ों में बंट गया और भी कई संगठन पैदा हो गये और बाबू संवर्ग की प्रमुख मांग ग्रेड पे 3600 को दरकिनार कर दिया गया है जबकि बाबू संवर्ग की अस्मिता को बनाये रखने और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए बहुत जरूरी है। स्टेट पैरिटी के आधार पर कनिष्ठ सहायक/कनिष्ठ लिपिक/लिपिक ग्रेड-2 को ग्रेड पे 3600 नये वेतनमान में एल-5 के स्थान पर एल-10 मिले, इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह सक्षम है।
संयोजक आचार्य ने बताया कि पहले भी कई बार प्रयास किया गया की सभी बाबुओं के संगठनों को एक साथ एक बैनर तले लाया जाए। अब समय और परिस्थितियों के अनुसार बाबू भाइयों के हितों को ध्यान में रखते हुए सोमवार को एक आपात मिटिंग आयोजित की गई जिसमें विचार विमर्श कर वरिष्ठ साथी मदनमोहन व्यास के प्रांतीय संरक्षण और मार्गदर्शन में अखिल राजस्थान बाबू एकता मंच की स्थापना की गई है।