आगामी 16 दिसम्बर, 2018 को सायं 7: 08 बजे शनि अस्त होकर 18 जनवरी, 2019 को रात्रि 02:35 मिनट पर उदय होगा। शनि पूर्वाषाढा नक्षत्र में गतिशील है, इसलिए पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्में और शनि की दशा वाले जातकों पर इसका विशेष प्रभाव रहेगा। सूर्य शनि दोनों धन राशि में स्थित है, इसलिए केन्द्रीय सत्ता पक्ष के लिए संघर्षदायी है एवं अन्य राज्यों में भी सत्ता संघर्ष होगा।
भारत के शीर्ष नेताओं की सुरक्षा में चूक होने से भारी क्षति होगी। महागठबन्धन में विपक्षी एकता के लिए असमंजस की स्थिति बनी रहेगी। पड़ौसी देशों की कुचालों के कारण आतंकवादी हमले तथा आगजनी की घटनाऐं घटेगी। मौसम एवं प्रकृति के प्रकोप के कारण प्राकृतिक आपदाओं का योग। बाजार में तेजी की चाल, पेट्रोल एवं डीजल के भावों में वृद्धि का योग। सामाजिक एवं धार्मिक उन्माद। अर्थव्यवस्था को गति देने के उपाय तुच्छ साबित होंगे। संवैधानिक संस्थाओं और सरकार में गतिरोध की स्थिति रहने का योग है।
मूलत: यह समय भारत और पूरे विश्व के लिए परीक्षा की घड़ी होगा। मकर-कुम्भ, वृष-तुला राशि वालों के लिए चुनौतीभरा रहेगा। शेष राशि वालों के लिए सामान्य छुटपुट घटनाओं को छोड़कर मध्यम फलदायी रहगा। -पंडित गिरवर प्रसाद बिस्सा (शास्त्री)
नतीजों से पहले ही सरकार बनाने की कवायद, इस बार बनेंगे दो डिप्टी सीएम?