








बीकानेर abhayindia.com हार्टफुलनेस प्रशिक्षक तरुण तोषनीवाल का कहना है कि जीवन को स्वस्थ और सकारात्मक बनाने के लिए ध्यान जरूरी है। ध्यान से मनुष्य की चेतना का विस्तार होता है।

तोषनीवाल ने यह विचार यहां हार्टफुलनेस इंस्टीटयूट की ओर से रेलवे ऑडिटोरियम में आयोजित ध्यानोत्सव के दूसरे दिन के सत्र में व्यक्त किए। उन्होंने ध्यान के माध्यम से अंतर्करण के शुदिधकरण के उपाय बताए। उन्होंने कहा कि हम रोजमर्रा के जीवन में जाने-अनजाने रूप में अनगिनत छापों को हार्ट में एकत्रित कर लेते है और स्वयं को भारी करते रहते हैं। इससे प्रतिदिन कैसे निजात पाएं जिससे हम रात की शांतिप्रिय नींद सो सकें और सुबह की शुरूआत एक अच्छे, गहरे ध्यान के साथ कर सकें, और यही है हमारा चेतना का विस्तार।

इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक हर्षवर्धन गुप्ता ने ध्यान के विविध आयामों की जानकारी देते हुए तथा ध्यान की महत्ता बताई। कार्यक्रम में मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) संजय कुमार श्रीवास्तव, पीके खत्री का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षिका वंदना गोम्बर ने ध्यान की विभिन्न प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण दिया। साथ ही अतिथियों ने तनाव मुक्त और सकारात्मक सोच के साथ जीवन जीने के लिए ध्यान के सिद्धांतों को आत्मसात करने की बात कही।

बीकानेर : रेलवे ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय ’ध्यानोत्सव’ की धूम…





