बीकानेर Abhayindia.com श्री क्षत्रिय युवक संघ के अनुषांगिक संगठन श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के बैनर तले क्षत्रिय अधिवक्ताओं का स्नेह मिलन कार्यक्रम श्री गंगा स्मृति सरदार हॉल में संपन्न हुआ। इसमें ईडब्ल्यूएस का मूल बिल लागू करने की उठाई गई। कार्यक्रम का संचालन श्री क्षत्रिय युवक संघ की परंपरा अनुसार गणेश वंदना, प्रार्थना एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फाउंडेशन के रेवंत सिंह पाटोदा ने बताया ऐसे स्नेहमिलन कार्यक्रमों से हमारे बीच एक गुरुत्वाकर्षण पैदा होता है जो हमारे बीच परस्पर स्नेह एवं अपनत्व का निर्माण करता है।
उन्होंने कहा कि हमें हमारे अहंकार का दमन कर आज हमें हमारा दृष्टिकोण बदलना चाहिए कि समाज से हम हैं हमसे समाज नहीं है, हम समाज के अंग हैं, हमारे सामाजिक कार्य समाज की सेवा स्वरूप है न कि समाज पर उपकार हैं। जो इस दृष्टिकोण से कार्य करता है वही समाज का कार्य कर पाता है। इसी क्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह बसावता ने अपने संबोधन में अधिवक्ताओं को समाज का प्रतिनिधि बताया। उन्होंने बताया कि समाज के प्रत्येक कार्य में कैसे अधिवक्ता अपनी भूमिका निभा सकता है। इसके लिए चिंतन करना चाहिए। वरिष्ठ अधिवक्ता भरतसिंह सेरुणा ने अपने हितों से ऊपर उठकर काम करने की आवश्यकता बताई। वरिष्ठ अधिवक्ता करणसिंह तंवर ने अधिवक्ता को संपूर्ण अधिवक्ता बनना चाहिए।
डॉ सुरेंद्र सिंह शेखावत, नारायणसिंह किस्तुरिया, विक्रमसिंह नापासर, उदयसिंह पीरकामड़िया, प्रताप सिंह पिपासर आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए ईडब्ल्यूएस के प्रमाण पत्रों में समाज में जागृति की आवश्यकता पर बल दिया। गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में EWS शिविर लगाने की आवश्यकता है जिससे वास्तविक आर्थिक रूप से पिछड़ों को लाभ मिल सके। साथ ही अधिवक्ता के रूप में समाज में सहयोगी बनने का आह्वान किया। बार एसोसिएशन अध्यक्ष बिहारी सिंह ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए आह्वान किया कि हम सभी को सामाजिक क्रांति से राष्ट्र निर्माण में जुट जाना चाहिए। अधिवक्ता समाज का बुद्धिजीवी वर्ग है उसे समाज की हर संभव संविधानिक सहायता करनी चाहिए।
स्नेह मिलन में प्रस्ताव रखा गया कि EWS का मूल बिल 14% आरक्षण का था, उसे उसी रूप में लागू किया जाना चाहिए एवं पंचायती राज सहित स्थानीय निकायों में भी यह आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। सभी ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई और इसके लिए अभियान चलाने की सहमति बनी। कार्यक्रम का संचालन क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के नवीन सिंह भवाद ने किया। कार्यक्रम में देवेंद्र सिंह मेहलाना, रूपेंद्र सिंह न्यांगली, रघुवीर सिंह सेरुना, दलीप सिंह चरखड़ा, रामचंद्र सिंह भाटी, जालमसिंह पंवार, पदमसिंह सोढ़ा, जितेंद्र सिंह सेंसवास, जुगल सिंह बेलासर, गिरीराज सिंह भाटी, विजयपाल सिंह लाडूंदा, संभाग प्रमुख रेवंतसिंह जाखासर सहित अनेक अधिवक्ता मौजूद रहे।