जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच अब भी सब-कुछ ठीक नहीं चल रहा। दोनों के बीच चल रही खटास एक बार फिर सामने आई है। सीएम गहलोत ने कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान वाले पुराने बयानों को लेकर पायलट पर नाम लिए बिना हमला बोला। उन्होंने सोमवार को शहीद स्मारक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे नेता ही कार्यकर्ताओं को भड़काते हैं।
गहलोत ने यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान होना चाहिए, यह जुमला हो गया। अरे कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान तो आपने किया है क्या कभी? जानते भी हो क्या, क्या होता है, कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान? हम तो मान-सम्मान पाते-पाते ही कार्यकर्ता से नेता बने हैं। इधर, सोमवार को राज्य में फैली लंपी बीमारी को लेकर मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों की एक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक बुलाई, जिसमें सचिन पायलट ने हिस्सा नहीं लिया। अशोक गहलोत ने दो बार पायलट का नाम पुकारा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
मोदी पर बोला हमला
स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ध्वजारोहण किया। एसएमएस स्टेडियम में हुए इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने पीएम मोदी के रेवड़ी वाले बयान पर कहा कि सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को रेवड़ी कहना गलत है। विदेशों में बुजुर्गों को वीकली पैसा मिलता है। हमें सामाजिक सुरक्षा पर तो जोर देना ही होगा। राजस्थान में सामाजिक क्षेत्र में अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं। राजस्थान सरकार की सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाना चाहिए।