जयपुर abhayindia.com लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 सीटें हारने के बाद कांग्रेस के अंदरखाने से तरह–तरह की बातें सामने आ रही हैं। इसी बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा के बयान को लेकर कांग्रेस में भूचाल आ गया है।
आहूजा ने कहा है कि मैं पार्टी का आधिकारिक प्रवक्ता नहीं हूं, मगर मैंने सुना है कि बसपा के विधायक यहां खुश नहीं हैं। इसी तरह कांग्रेस के भी 20-25 विधायक खुश नहीं हैं। आहूजा ने हालांकि इससे ज्यादा कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
आपको बता दें कि इससे पहले प्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले बसपा के छह विधायकों ने सोमवार सुबह जयपुर में बैठक की थी। बताया जा रहा है कि यह बैठक राज्यपाल से मुलाकात के संदर्भ में की गई। इसमें बसपा विधायकों ने राज्य के मंत्रियों और अफसरों की कार्यशैली से नाराजगी भी जताई थी।
आपके यह भी ध्यान में रहे कि राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोर पकड रही है कि बसपा प्रदेश की कांग्रेस सरकार से समर्थन वापसी का फैसला कर चुकी है। ऐसा इसलिए हुआ चूंकि अलवर में दलित युवती से गैंगरेप के बाद बसपा प्रमुख मायावती पहले ही नाराजगी जता चुकी हैं। बसपा के प्रदेश स्तरीय नेता भी इसे लेकर कांग्रेस को सियासी फैसले की चेतावनी दे चुके हैं।
इधर, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष सीतराम मेघवाल और विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना ने कहा कि राज्यपाल से मिलने का कार्यक्रम पहले से तय था। उनसे शिष्टाचार के नाते मिलने जा रहे थे। लोकसभा चुनाव समाप्त हो गए और आचार संहिता भी हट चुकी है। इसी वजह से राजभवन से हमें अब समय मिला था। अवाना ने बताया कि एक विधायक की तबीयत खराब होने के चलते यह कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
इंस्पायर अवार्ड-मानक के लिए कक्षा 6 से 10वीं तक के अधिकाधिक बच्चों को मिले मौका : निदेशक