बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम के नेतृत्व में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए 27 झोलाछाप डॉक्टरों को अवैध तरीके से चिकित्सकीय कार्य करते हुए पकड़ा और उनके क्लिनिक सीज किए।
बुधवार शाम को प्रशासन द्वारा गठित 15 दलों ने मात्र 4 घंटे में जिले के अलग-अलग कोनों में 27 झोलाछाप डॉक्टरों को आमजन की सेहत से खिलवाड़ करते रंगे हाथ पकड़ा और उनके क्लिनिक सीज कर डाले। अचानक हुई इस कार्यवाही से शहर से लेकर गाँव तक झोलाछाप प्रैक्टिसनर्स में हड़कंप मच गया। पुख्ता रणनीति और उच्च स्तरीय गोपनीयता के साथ हुई इस कार्यवाही में झोलाछापों को एक-दूसरे को सूचना करने का मौका भी नहीं मिला। खुद जिला कलक्टर पूरी कार्यवाही की निगरानी करते रहे और अलग-अलग कार्यवाहियों में पहुंचकर अभियान को मजबूती प्रदान की।
जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने कहा कि आमजन के स्वास्थ्य के साथ किसी भी स्तर पर खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। चिकित्सकीय कार्य उच्च दक्षता का कार्य है और इस हेतु सरकार द्वारा जो योग्यता और मापदण्ड तय किये गये हैं, उन्हीं के अनुसार चिकित्सकीय कार्य हो, इसके लिए प्रशासन द्वारा कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। आज की गई कार्यवाही में दो दर्जन से अधिक ऐसे लोगों को विरूद्ध कार्यवाही की गई, जो बिना योग्यता के चिकित्सा कार्य कर रहे थे। जिले भर में 15 दलों ने जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में इस कार्यवाही को अंजाम दिया।
जिला कलक्टर स्वयं जिला मुख्यालय पर हुई कार्यवाही स्थल पर पंहुचे और झोलाछापों द्वारा रोगियों को देखने और जांच आदि की कार्यवाही को देखकर स्तब्ध से रह गए। एक जगह तो एक्स-रे मशीन तक स्थापित कर रखी थी। मशीन जहां लगी थी, वह रिहायशी मकान ही था। जिला कलक्टर ने झोलाछाप से कहा कि आमजन के स्वास्थ्य के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे हो, और ये मशीन लगाकर परिवार वालों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हो। एक्स-रे मशीन से निकलने वाले विकिरण स्वास्थ्य के बहुत हानिकारक होते हैं।
जिला कलक्टर जब झोलाछाप क्लिनिक पर पहुंचे और साथ आए अधिकारियों ने कार्यवाही प्रारम्भ की, तो अपना इलाज करवाने आई एक महिला ने तत्काल ही जिला कलक्टर को पहचान लिया और वह अपने इलाज को छोड़कर जिला कलक्टर की ओर मुख़ातिब हुई, और कहा कि साहब आप बहुत अच्छा काम कर रहे हो। गौतम ने उक्त महिला से समझाइश करते हुए कहा कि मेरे कामों में यह भी शामिल है कि झोलाछाप से आमजन इलाज न करवायें। महिला ने जिला कलक्टर से भविष्य में इस प्रकार के झोलाछापों से ईलाज नहीं करवाने का वादा किया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी देवेन्द्र चौधरी भी उपस्थित थे।
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