










बीकानेर Abhayindia.com कोलकाता के समाजसेवी और तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्य का रविवार को नत्थूसर गेट बाहर स्थित सूरदासाणी बगीची में नागरिक अभिनंदन हुआ। इसमें कोड़ाणा-सियाणा भैरव भक्तों ने स्वपन बर्मन का शॉल, दुपट्टा, साफा व मालाएं पहनाकर अभिनंदन किया। वहीं बारहगुवाड़ क्षेत्र मे रमक-झमक संस्थान की ओर से भी स्वपन बर्मन का सम्मान किया गया। सूरदासाणी बगीची में हुए कार्यक्रम के दौरान भजन गायक सांवरलाल रंगा और स्वपन बर्मन ने भजनों की प्रस्तुतियां भी दी। कार्यक्रम के बाद स्वपन बर्मन ने सूरदासाणी बगीची में स्थित भैरव में मंदिर पूजा अर्चना कर महामारी से निजात दिलाने की अरदास की।
प्रेम कहीं नहीं देखा…
सूरदासाणी बगीची में हुए नागरिक अभिनंदन के मौके पर स्वपन बर्मन ने कहा कि बीकानेर सरीखा अपनत्व, प्रेमभाव कही और नहीं देखा। यहां आपसी प्रेमचारा, अथिति सत्कार की एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि ‘यह शहर बीकाणा तो दिल में बसता है, यहां कोडाणा भैरूंजी है, जिनके दर्शन के लिए बार-बार खींचा चला आता हूं।
दलगत राजनीति से ऊपर हो…
स्वपन बर्मन ने कहा कि चाहे जो भी पार्टी सत्ता में हो, बस दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनता के काम होने चाहिए। उन्होंने कहा कि कोलकाता का बड़ा बाजार और बीकानेर शहर में बड़ी समानताएं हैं, बीकानेर के जो भी प्रवासी है, उनके साथ मिलकर बड़े-प्रेम चारे के साथ ही तीज-त्यौंहार मनाते हैं। फिर होली, हो दिवाली। खासकर गणगौर का पर्व पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भैरूंजी के प्रति अटूट आस्था, श्रद्धा और भक्ति है। आयोजन को लेकर सांवरलाल रंगा, बृज मोहन पुरोहित, बसंत पुरोहित, सत्यनारायण जोशी सहित लोगोंं ने भागीदारी निभाई।
यह रहे मौजूद …
कार्यक्रम में बसंत पुरोहित, शंकर पुरोहित, राकेश किराड़ू,श्याम पुरोहित, किशन व्यास, वीरेन्द्र किराड़, किशन पुरोहित, मदन मोहन पुरोहित, सुनील व्यास, नित्यानंद पुरोहित, गौरी शंकर किराड़ू सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।
रमक-झमक ने किया सम्मान
रमक झमक संस्था व झालापट्टा गणगौर मंडली की ओर से संस्था के कार्यालय में रविवारा को स्वपन बर्मन का सम्मान किया गया। इस दौरान संस्था के सदस्य पं. जुगल किशोर ओझा (पूजारी बाबा), भैरव गिरी मठ के आनंद महाराज व रतना महाराज के सानिध्य में सम्मान स्वरुप उनको साफा पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर, श्रीफल व भैरवनाथ का चित्र व अभिनन्दन पत्र भेंट किया गया।
रमक झमक संस्थान के अध्यक्ष पं. प्रहलाद ओझा ने सस्कृति सेवक सम्मान पत्र का वाचन किया। इस मौके स्वपन बर्मन ने कहा कि बंगाल और राजस्थानी लोगों में कोई फर्क नहीं है। यहां और वहां की संस्कृति, मेले लगभग एक जैसे ही है। उन्होंने बताया कि पूरे भारतवर्ष में गणगौर गेट नहीं है लेकिन सबसे बड़े त्यौंहार होने वाले गणगौर में कोलकाता में ममता बनर्जी की सोच से ऐतिहासिक गेट बनाए जा रहे हैं। इस अवसर पर सुशील किराडू, बी.आर. पुरोहित, आर.के.सूरदासाणी, किशन पुरोहित व राधे ओझा आदि मौजूद रहे।





