Thursday, April 25, 2024
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बीकानेर : वर्तमान के असाधारण और विस्फोटक समय में कवि रामदेव आचार्य…

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बीकानेर abhayindia.com  स्मृतिशेष प्रगतिशील कवि, लेखक, आलोचक रामदेव आचार्य की कृति ‘लाक्षागृह और लेखन‘ के लोकार्पण अवसर पर मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए वेद व्यास ने कहा कि वर्तमान के असाधारण और विस्फोटक समय में कवि रामदेव आचार्य का रचना कर्म हमें नई रोशनी देता है।

उन्होंने अपने समय में समाज की संवदेनाओं और आकांक्षाओं को वाणी दी और सपनों के साथ कभी समझौता नहीं किया। व्यास ने कहा कि वर्तमान दौर में जहाॅं दिवालिया लोग हमारे महापुरुषों को हस्तगत कर रहे है ऐसे समय में विद्रोह की बात करने वाले समय के सिपाही रामदेव आचार्य से हमें शब्द से विद्रोह की प्रेरणा मिलती हैं। विशिष्ट अतिथि भवानीशकर व्यास ‘विनोद‘ ने कहा कि रामदेव आचार्य की आलोचना दृष्टि चिंतनशील थे वे किसी हदबंदी के शिकार नहीं थे उनकी आलोचना दृष्टि के साथ न्याय नहीं हुआ उन्होंने बताया कि उस दौर में होने वाली प्रत्येक गोष्ठी की वे समीक्षा करते थे।

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वरिष्ठ कवि सरल विशारद ने कहा कि रामदेव आचार्य संघर्ष के कवि थे वे निर्भीकता से अपनी बात रखते थे उन्होंने उनकी कृति रेगिस्तान से महानगर का जिक्र करते हुए बताया कि जगदीश गुप्त की भूमिका के कुछ बिन्दुओं की असहमति के चलते उन्होंने अपनी कृति के भूमिका लेखक  को चुनौती देता हुआ आलेख पुस्तक में प्रकाशित किया उन्होंने कहा कि मुक्तिबोध की परंपरा के कवि रामदेव आचार्य आत्म संघर्ष के कवि थे। दर्षनशास्त्र के प्रोफेसर सांवरसिंह यादव ने कहा कि वे चेतना के कवि थे। डाॅ.उमाशंकर व्यास ने कहा कि वे परम्परा में रुढि के विरुद्ध थे। डाॅ.तनवीर मालावत ने अपने निजी प्रसंगों का उल्लेख करते हुए उनकी कविता रचना का जन्म के कुछ अंशो का वाचन किया। समारोह के अध्यक्ष श्याम महर्षि ने कहा कि संक्रमण के दौर में रामदेव बनना चुनौती है वे अन्तर्मुखी थे लेकिन कवि मन से विद्रोही थे।

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लोकार्पण कार्यक्रम से पूर्व रामदेव आचार्य की कविताओं पर वरिष्ठ चित्रकार सन्नू हर्ष द्वारा बनाये गये चित्रों की प्रदर्शनी ‘शब्द और रंग‘ का उद्घाटन वरिष्ठ साहित्यकार वेद व्यास ने किया। सूर्य प्रकाशन मंदिर द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक के लोकार्पण समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीनारायण रंगा, विद्यासागर आचार्य, हरदर्शन सहगल, मदन केवलिया, शिवराज छंगाणी, नरपत सिह सोढ़ा,  श्रीहर्ष, चित्रकार सन्नू हर्ष, वरिष्ठ पत्रकार मधु आचार्य, व्यंग्यकार बुलाकी शर्मा,गिरिराज हर्ष,साहित्यकार राजेन्द्र जोशी, रवि पुरोहित,श्याम सुन्दर व्यास, उमाशंकर व्यास, रामबादू शर्मा, पवन देवाणी, बसंती हर्ष, इन्द्रा व्यास को सम्मान अर्पण किया गया ।

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कार्यक्रम में आगन्तुकों एवं अतिथियों का स्वागत के.के.व्यास ने किया तथा आभार योगिता व्यास ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में रामदेव आचार्य की पुत्रवधु सुविधा आचार्य ने वरिष्ठ साहित्यकार वेद व्यास तथा श्याम महर्षि का सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन अविनाश व्यास ने किया। कार्यक्रम में महेश जोशी भाईचारा फाउंडेशन, अविनाश व्यास शांति एवं एकजुटता संगठन, गौरशंकर व्यास, के.के. व्यास शिवजी राम ट्रस्ट, प्रषांत बिस्सा सुर्यप्रकाशन मंदिर, जाकिर अदीब रफीक अकादमी, सत्यदीप राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति श्रीडूंगरगढ़ ने सक्रिय भागीदार निभाई। कार्यक्रम में फरीद खान, विजयशंकर आचार्य, चन्द्र मोहन आचार्य, बृजेन्द्र, गोपाल व्यास, ऋषि व्यास, राम कुमार भादाणी, तनवीर मालावत, सुविधा, कल्पना, योगिता, कमल  पारीक, एडवोकेट गोपाल पुरोहित,सुरेन्द्र व्यास, राजकुमार किराडू, शरद केवलिया, नवनीत पाण्डे, हरीश बी शर्मा सहित अनेक साहित्यकार, पत्रकार तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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