Monday, May 20, 2024
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बीकानेर: मिल्कमैन कॉलोनी की हो स्थापना, पशुपालकों ने उठाई मांग…

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बीकानेर abhayindia.com पशुपालकों को सात दिन में शहर से बाहर जाने के नगर निगम के फरमान से सैकड़ों पशुपालक परिवरों पर संकट मंडराने लगा है। नगर निगम प्रशासन आवारा पशुओं की आड़ में पशुपालन कर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले पशुपालकों पर निशाना साधने की मंशा रखता है।

वहीं दूसरी ओर शहर के सैकड़ों पशुपालक लंबे अर्से से प्रशासन के समक्ष एक मिल्कमैन कॉलोनी की स्थापना करने की मांग उठाते आ रहे हैं, इसके लिए रियायती दर पर भूमि आवंटन करने की बात भी पशुपालक राज्य सरकार तक पहुंच चुके हैं। इसके बावजूद आज तक स्थिति जस की तस पड़ी है। ऊपर से नगर निगम का फरमान आग में घी डालने का काम कर रहा है।

गोपालन समिति ने उठाई मांग..

गोपालन सेवा समिति के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज नगर निगम के उपायुक्त से मुलाकात कर अपनी बात रखी। आयुक्त के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसके जरिए बताया गया है कि बीकानेर पूर्व और पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में हजारों की तादाद में पशुपालक है, जो अपना गुजर-बसर पशुपालन के माध्यम से करते हैं। साथ ही समिति वर्ष 2003 से ही पशुपालकों को रियायती दरों पर भूमिखंड आवंटित करने की मांग नगर निगम, जिला प्रशासन और राज्य सरकार तक पहुंचा चुकी है, समय-समय पर मांग करती भी रही है, इसके बावजूद राज्य सरकार ने पशुपालकों को किसी तरह की भूमि आवंटित नहीं की है। अलबत्ता समय-समय पर नगर निगम फरमान जारी करती है, जिसमें बार-बार शहर से बाहर जाने का नोटिस दिया जाता है, कभी पुलिस कार्रवाई का भय दिखाया जा रहा है, लेकिन पशुपालकों के लिए किसी तरह की व्यवस्था नगर निगम करता दिखाई नहीं दे रहा है।

निगम को पहले पशुपालकों के लिए शहर से बाहर कोई व्यवस्था करनी चाहिए, उसके बाद उन्हें शहर से जाने के लिए कहना चाहिए। समिति के अध्यक्ष नवरतन व्यास एवं सचिव बृजबल्लभ बिस्सा ने प्रशासन से पशुपालकों के हित में सकारात्मक सोच रखने का आग्रह किया है। साथ ही जल्द ही मिल्कमैन कॉलोनी के लिए भूमि आवंटित करने की मांग उठाई है। समिति प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि नगर निगम आवारा पशुओं को पकडऩे के लिए जो अभियान चल रहा है, वो स्वागत योग्य है। समिति पदाधिकारियों ने कहा कि शहरी क्षेत्र में आवारा पशु ग्रामीण क्ष्ेात्रों से छोड़े जा रहे हैं, उन पर अंकुश लगना चाहिए। समिति ने पशुपालकोंं को सात दिन में शहर छोडऩे का जो नोटिस जारी किया जा रहा है, उसका विरोध किया है। साथ ही समाधान नहीं होने पर कलेक्ट्रेट पर पशुओं सहित धरना देने की चेतावनी भी दी है।

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