बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। कांग्रेस में स्थानीय स्तर पर गुटबाजी को लेकर अक्सर खबरें आती है। पार्टी के नेता इन खबरों को पुरजोर ढंग से खंडन भी करते हैं। इस बीच पार्टी के एक युवा नेता फिरोज भाटी ने गुटबाजी से तंग आकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। भाटी का कहना है कि कांग्रेस द्वारा बार-बार जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है।
शहर जिला कांग्रेस कमेटी बीकानेर के सचिव, युवा कांग्रेस लोकसभा महासचिव (निर्वाचित) एवं प्रवक्ता सहित कांग्रेस के कई पदों पर पिछले लंबे समय तक सक्रिय रहे फिरोज भाटी ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, प्रदेश सह प्रभारी काजी निजामुदीन, युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक चाँदना, जिला प्रभारी भरतराम मेघवाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, पीसीसी सदस्य गोपाल गहलोत, यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष बिशनाराम सियाग सहित युवा कांग्रेस प्रभारी अमरदीन फक़ीर को मेल द्वारा भेजा है।
इसमें भाटी ने कहा है कि कांग्रेस द्वारा पिछले लंबे समय से जमीनी एवं सच्चे कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है। कांग्रेस में प्रदेश स्तर से लेकर स्थानीय स्तर तक गुटबाजी चरम सीमा पर है। इसी गुटबाजी के कारण आज पार्टी का सच्चा सिपाही पिस रहा है। आज के समय में नेताओं को पार्टी के प्रति वफादार नहीं, बल्कि सिर्फ अपने प्रति चाहिए।
भाटी के अनुसार आखिरकार कब तक एक सच्चा पार्टी कार्यकर्ता जो विपक्ष में पूरे पांच साल तक पार्टी के निर्देशानुसार पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाता है, लेकिन सत्ता एवं सगठन में उन्हीं कार्यकर्ताओं को जान-बूझकर हल्के में लेते हुए उन्हें दबाया जाता है। मजबूरन ऐसे कांग्रेसजनों को या तो घर बैठना पड़ता है या फिर कहीं दूसरी तरफ जाने पर मजबूर होना पड़ता है। मैंने पार्टी के समक्ष सच्चे कार्यकर्ताओं का दुख कई बार रखा, लेकिन पार्टी ने कभी इसको गंभीरता से नहीं लिया।
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