बीकानेर Abhayindia.com 15 अगस्त 2022 का दिन पूरे राष्ट्र के लिए एक बहुत ही गौरवशाली दिन था। लिहाजा सारे देशवासियों ने तिरंगे को अपने अपने घरों व प्रतिष्ठानों में लगाया वो भी बड़े ही जोश के साथ, इस साल ऐसा लग रहा था कि सारा देश एक तिरंगामय हो गया है। जिधर देखो बस तिरंगा ही तिरंगा। लेकिन, जिस जोश से लोगों ने घरों पर तिरंगा लगाया, 15 अगस्त 2022 को इसी तिरंगे को विधिवत रूप से सायं के वक्त उतारकर ससम्मान समेटकर उसे सुरक्षित जगह पर रखना चाहिए था, जिन लोगों को इस तिरंगे को लगाने व किस दिन व किस समय इसको विसर्जन यानी उतारना है मालूम था उन्होंने तो अपने नियम का पालन करते हुए राष्ट्र ध्वज को ससम्मान उतारकर रख दिया। जहां कहीं भी हमारी नजर में ऐसा आया उनको समझाकर राष्ट्र ध्वज को उतरवाया लेकिन अभी भी घरों पर तिरंगा फहरा रहा है।
अतः मैं सामाजिक कार्यकर्ता चौरू लाल सुथार अभय इंडिया के माध्यम से जिला प्रशासन से आग्रह/अपील करता हूँ कि पूरे शहर में लाउड स्पीकर के माध्यम से या मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील करने की कृपा करें कि जिस राष्ट्र ध्वज को मान सम्मान से लगाया गया था उसे उसी मान सम्मान से तुरंत वापिस उतारकर उसे अपने ही घर मे सुरक्षित रखें। राष्ट्र ध्वज को लगाने व उसके विसर्जन यानी उतारने के बारे में भी प्रचार माध्यमों से लोगों को समझाना चाहिए था लेकिन इसके अभाव में अज्ञानतावश लोग राष्ट्र ध्वज का महत्व व इसकी क्या गरिमा है नहीं समझ पा रहे है, इसलिए ऐसा हो रहा है। कारण आज पूरे देश मे 3 दिन यानी 13 से 15 अगस्त 2022 तक राष्ट्र ध्वज लगाने की छूट सविंधान में शिथिलता देकर की गई थी इससे पहले यह छूट मात्र एक ही दिन यानी सुबह से सांय होने तक ही थी। वो भी कठोर नियमों के साथ। अतः ऐसा होना स्वाभाविक है, ऐसा नहीं है कि देशवासियों के मन मे राष्ट्र ध्वज के प्रति दिल मे सम्मान नहीं है, वह तो कूट कूट कर भरा हुआ है, जो देश भक्त है, लेकिन प्रचार प्रसार के अभाव में उनको इसके कर्तव्य का पता नही होने के कारण हो रहा है। आशा है अगले गणतंत्र दिवस पर ऐसा नहीं होगा व सारे देशवासी इसका पूरा कठोरता से पालन भी करेंगे ऐसा हमारा विश्वास है। इसी अपील के साथ। -चौरू लाल सुथार, सोनगिरी कुआं, बीकानेर