Friday, September 20, 2024
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आर्यन पब्लिक सैकण्डरी स्कूल में स्‍पोर्टस कार्निवल ‘‘उड़ान-2022’’ का शुभारम्भ

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बीकानेर Abhayindia.com आर्यन पब्लिक सैकण्डरी स्कूल द्वारा ‘‘उड़ान-2022’’ स्‍पोर्टस कार्निवल के अन्तर्गत दो दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिताओं केआयोजन का शुभारम्भ स्थानीय लक्ष्मी हैरिटेज में किया गया। इस कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर अतिथि के रूप में बीकानेर ओलम्पिक एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए सुधीश शर्मा, राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर की इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अनिला पुरोहित, अन्तरराष्ट्रीय साईक्लिंग कोच किशन पुरोहित, राष्ट्रीय बॉडी बिल्डर सत्यनारायण व्यास एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में सीनियर एडवोकेट बृजरतन व्यास, पैरास्वीमिंग चैम्पियन पंकज भोजक एवं हरिप्रकाश हर्ष उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास ने की।

कार्यक्रम के शुभारम्भ हवा में गुब्बारे उड़ाकर किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथि सीए सुधीश शर्मा ने विद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि खेल से धैर्य, सहिष्णुता, ईमानदारी, निष्ठा जैसे गुणों का विकास होता है। खेलों में मिली हार या जीत से हम नए-नए गुण एवं अनुभव प्राप्त करते है। अतिथि के रूप में छात्रों को संबोधित करते हुए श्री सत्यनारायण व्यास ने बताया कि खेलकूद स्वास्थ्यवर्धक होते है। अच्छे विद्यार्थी से अपेक्षा की जाती है कि वे पढाई पर पूरा ध्यान दें। परंतु खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों की अवहेलना नहीं करें। उन्हें इस कहावत का पालन करना चाहिए कि काम के समय काम और खेल के समय खेल। यही उक्ति सुख, प्रसन्नता और सफलता का मार्ग है।

इस अवसर पर अतिथि डॉ. अनिला पुरोहित ने छात्रों को खेल की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि स्वस्थ, सानंद और दीर्घायु जीवन का राज खेल में निहित है। स्वस्थ मन स्वस्थ शरीर में होता है इसलिए यदि बच्चे खेलकूद में हिस्सा लेते हैं तो वे न केवल स्वस्थ रहेंगे बल्कि अपने दैनिक कार्य भी सक्रिय रूप से कर पायेंगे। विद्यार्थियों को खेलों से जुड़े नए आयाम के बारे में बताते हुए अतिथि किशन पुरोहित ने बताया कि आजकल देखा गया है कि बच्चों द्वारा खेलकूद का स्थान टेलीविजन, वीडियो गेम्स, इंटरनेट पर वीडियो देखना, मोबाईल फोन पर गेम्स खेलना आदि ने ले लिया है। आज बच्चों को चाहिए कि वे नियमित रूप से खेल गतिविधियों में भाग लें।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पंकज भोजक ने बताया कि अगर कोई बच्चा खेल में रुचि रखता है तो बाधाएं उसको और मजबूत बनाती हैं। वह उस खेल में बेहतरीन प्रदर्शन करता है तो वह इस खेल में अपना कैरियर भी बना सकता है। खेल किसी भी देश के युवाओं का प्रतीक होता है। खेलकूद गतिविधियों में नियमित भाग लेने से बच्चे बीमारियों से तो दूर रहते ही हैं साथ ही साथ उनका शारीरिक विकास भी होता है।

कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास द्वारा अतिथियों को प्रतीक चिह्न भेंट कर आभार प्रकट किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय स्टाफ सदस्य अपूर्वा व्यास, ज्योति कल्ला, हरिप्रसाद व्यास, मुकेश व्यास, रितु पारीक, अमन गहलोत, हेमलता पंवार, शिखा शर्मा, अमरनाथ व्यास, हिमांशु रंगा आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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