





जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में दीपावली के बाद राजनीतिक नियुक्तियों का पिटारा खुलने के पूरे आसार बन रहे हैं। हाल के दिनों में गहलोत सरकार अलर्ट मोड पर है। जनता के लिए बड़ी घोषणाओं का दौर भी तेज हो रहा है। इसी क्रम में दीपावली पर राजनीतिक नियुक्तियों की संभावना थी, लेकिन बताया जा रहा है कि अब इसका पिटारा त्योहार के बाद ही खुलेगा।
आपको बता दें कि प्रदेश में 14 यूआईटी जिनमें बीकानेर, श्रीगंगानगर, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, आबू, अलवर, जैसलमेर, कोटा, पाली, सीकर, सवाईमाधोपुर, उदयपुर शामिल हैं। इनमें नियुक्तियां होनी बाकी है। इसके अलावा हाल ही में जिन तीन नवगठित बोर्ड के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है उनमें दीपावली पर्व के बाद राजनीतिक नियुक्तियां होंगी, जिसमें चेयरमैन के साथ–साथ सदस्य भी नियुक्त किया जाएंगे।
आपको बता दें कि सरकार ने शनिवार को ज्योतिबा राव फूले बोर्ड, राजस्थान चर्म शिल्प कला विकास बोर्ड, राजस्थान राज्य धोबी कल्याण बोर्ड के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
इस बीच, खबर यह भी है कि राजनीतिक नियुक्तियों के साथ ही गहलोत और पायलट गुटों के बीच खींचतान सामने आ सकती है। कई जिलों में दोनों ही गुटों के समर्थक दावेदारियां जता रहे हैं। आलाकमान के लिए दोनों ही गुटों का साधना आसान नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि दीपावली के बाद राजनीतिक धमाके भी सुनने को मिल सकते हैं।





