








सीकर/जयपुर Abhayindia.com सीकर के खाटूश्यामजी मंदिर में भगदड़ मचने से हुई तीन जनों की मौत के मामले में हुई कार्रवाई के बाद अब कांग्रेस में आपसी कलह बढ़ती जा रही है। स्थानीय विधायक चौधरी विरेन्द्र सिंह ने आज प्रेस वार्ता कर दो मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। असल में, इस मामले में केबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास व राजेन्द्र गुढा के श्याम मंदिर कमेटी के समर्थन में उतरने के बाद से विधायक सिंह नाराज है।
विधायक सिंह ने कहा कि जब मुख्यमंत्री ने हादसे को लेकर जांच बिठाई है तो पहले ही मंदिर कमेटी को कैसे क्लीन चिट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि खाचरियावास मेरे बड़े भाई की तरह हैं। यदि उन्हें किसी तरह की पीड़ा थी तो उन्हें पहले उनसे बात करनी चाहिए थी। उन्होंने मामले को जातिगत रंग देने का गंभीर आरोप भी लगाया। ये भी कहा कि वे मामले में मुख्यमंत्री से भी शिकायत करेंगे।
चौधरी विरेन्द्र सिंह ने इस दौरान खाटूश्यामजी मंदिर को सरकार के अधीन करने का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मंदिर में देशभर के श्रद्धालु आते हैं जो खूब चढ़ावा चढ़ाते हैं। इसके बावजूद मंदिर कमेटी श्रद्धालुओं की व्यवस्था नहीं कर पा रही। लिहाजा मंदिर को देव स्थान विभाग के अधीन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं। विधायक ने कहा कि कुछ संगठन खाटूश्यामजी के विवाद को जातिगत रंग देने में लगे हैं। इसके लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट की जा रही है। पर खाटूश्यामजी आस्था का केंद्र है। जहां इस तरह का विवाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि भड़काऊ बातों में ना आकर वह खाटूश्यामजी मामले में चल रही जांच में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मंत्री खाचरियावास और गुढ़ा प्रदेश के सात करोड़ लोगों के मंत्री हैं। जिनके शब्द कानून होते हैं। बयान देने से पहले उन्हें सोचना चाहिए था।





