जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में सत्तासीन कांग्रेस के मंत्री और नेताओं की नौकरशाहों के साथ पटरी अब भी नहीं बैठ पा रही है। वैसे नेताओं और नौकरशाहों में टकराव नहीं बात नहीं है। हाल में खेल मंत्री अशोक चांदना के मामले से पहले गहलोत सरकार के करीब आधा दर्जन मंत्री और इससे भी ज्यादा नेताओं का नौकरशाहों से टकराव हो चुका है। इनमें मंत्री रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, उदयलाल आंजना, प्रताप सिंह खाचरियावास, तत्कालीन मंत्री रघु शर्मा और गोविंद सिंह डोटासरा के नाम शामिल हैं। इन मामलों में राज्य सरकार को दबाव में आकर कई अफसरों को बदला भी पड़ा है।
आपको बता दें कि पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा का आईएएस मुग्धा सिन्हा से विवाद हुआ था। इसके बाद मुग्धा सिन्हा का तबादला किया गया। इसी तरह पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह का पूर्व में आईएएस अधिकारी एच. गुईटे और श्रेया गुहा से अनबन हुई तो इनका भी तबादला किया गया था। मंत्री उदयलाल आंजना से टकराव के बाद आईएएस नरेशपाल गंगवार को हटाया गया। तत्कालीन परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का आईएएस अधिकारी राजेश यादव से टकराव के बाद उन्हें भी परिवहन विभाग से हटाया गया था। इसी तरह तत्कालीन चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का भी तब एनएचएम के तत्कालीन निदेशक समित शर्मा से भर्तियों को लेकर टकराव हुआ तो उनका भी तबादला किया गया। तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का भी आईएएस मंजू राजपाल से टकराव हुआ था, जिसके बाद मंजू राजपाल का भी तबादला शिक्षा विभाग से कर दिया गया था। खान मंत्री प्रमोद जैन भाया का भी पूर्व में खान विभाग के तत्कालीन प्रमुख सचिव दिनेश कुमार से विवाद हुआ था, जिसके बाद उनका भी तबादला खान विभाग से कर दिया गया था।