बीकानेर Abhayindia.com त्योहारी सीजन में बिजली कटौती का कामकाज पर भी असर होने लगा है। इस बीच, बीकानेर में बिजली कटौती का दौर जारी है। इसी क्रम में 10 अक्टूबर को प्रातः 7 बजे से 10 बजे तक विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। बीकेईएसएल के सहायक अभियंता ने बताया कि सोमवार को प्रातः 7 बजे से पारीक चौक, कसाईयों की बारी, बिन्नाणी चौक, सोनगिरी कुआं, दाऊजी मन्दिर रोड़, चूनगरों का मोहल्ला, जोशीवाड़ा, दो पीर, डागा चौक, डूडी सिपाहियों का मोहल्ला, भाटियों का चौक, आसानियों का चौक, तेलीवाड़ा, रामपुरिया कॉलेज, बख्तावरों का कुआं, उदयरामसर रेलवे स्टेशन, रेगरों का मौहल्ला, कृषि मण्डी, रोडवेज बस स्टैंड, सागर होटल, उरमूल डेयरी, बसन्त विहार, लालगढ़ पैलेस, डॉ. करणी सिंह स्टेडियम, सेक्टर सी (समता नगर) आदि क्षेत्रों में 10 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।
इधर, राजस्थान में बिजली संकट का शनिवार को 9वां दिन है। त्योहारी सीजन में रोजाना कई घंटों की बिजली कटौती से आमजन का काम-धंधा चौपट हो रहा है। बताया जा रहा है कि संकट बढ़ा तो ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में कटौती का समय भी बढा़या जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में बिजली कटौती अब 400 लाख यूनिट तक पहुंच गई और इसका सीधा असर लोगों के व्यापार और काम-धंधों पर पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में 6 से 8 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। बिजली नहीं मिलने से बड़े व्यापारी परेशान हैं, वहीं छोटा धंधा करने वालों के सामने बड़ी समस्या खडी हो गई। हालात यह हो गए कि ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक रूप से दुकानें बंद पड़ी हुई हैं। कस्बे तो ऐसे हैं, जहां दिनभर में मात्र 4 से 5 घंटे ही बिजली दी जा रही है। पूरी रात बिजली कटौती की जा रही है। ऐसे में बिजली संकट लगातार जारी रहता है तो दीवाली पर इसका गहरा असर दिखाई दे सकता है।
राजस्थान में बिजली संकट : विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला से मांगा इस्तीफा
जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में गहरा रहे बिजली संकट के मामले को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा मांगा है। राठौड़ ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के मिस मैनेजमेंट और गलत नीतियों के कारण प्रदेश में बिजली का संकट हुआ हैं। राज्य सरकार ने समय पर कोल कम्पनियों को पेमेंट नहीं किया। प्रदेश को कोल कम्पनियों ने पूरा कोयला नहीं दिया। इसी कोयले की कमी के कारण राजस्थान के कई पॉवर प्लांट्स की बिजली प्रोडक्शन यूनिट्स बन्द करनी पड़ी हैं। राठौड़ ने कहा कि मौजूदा त्योहारी सीजन में बिजली की मांग सबसे ज्यादा होती है लेकिन, सरकार के मिस मैनेजमेंट से व्यापारी और आम लोग परेशान हैं। सरकार को त्योहारी सीजन में बिजली की डिमांड का पहले ही अनुमान लगाकर बन्दोबस्त कर लेने चाहिए था लेकिन, अव्यवस्थाओं के चलते बीते 3 महीनों में दूसरी बार प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी कुप्रबंधन के कारण बिजली प्रोडक्शन करन वाले प्लांट तो बंद करने पड़ ही रहे हैं, एक्सचेंज से 20 रुपये यूनिट के भाव पर कई गुणा महंगी दरों से बिजली खरीदी जा रही है। जिसका भार आखिरकार प्रदेश के 1.52 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। कांग्रेस सरकार के मुखिया अशोक गहलोत और ऊर्जा मंत्री बी. डी. कल्ला एक ओर जहां 24 हजार 690 मेगावाट बिजली प्रोडक्शन के साथ राजस्थान को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने का दम्भ भरकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने वाले राजस्थान में सरकारी कुप्रबंधन की वजह से समय पर कोयले की सप्लाई नहीं आने के कारण अरबों रुपए की लागत से बने ज्यादातर थर्मल पावर प्लांट और उनकी यूनिट्स बन्द होने के कगार पर हैं।
बीकानेर पुलिस : तीन थानों के प्रभारी बदले, एसपी ने किए आदेश
बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर के पुलिस महकमे में बदलाव का दौर जारी है। इसी क्रम में आज तीन पुलिस थानों के प्रभारी बदल दिए गए हैं। एसपी प्रीति चंद्रा की ओर से जारी आदेश के अनुसार मुक्ताप्रसाद पुलिस चौकी में तैनात उपनिरीक्षक पवन कुमार को जामसर, बीछवाल थाने में कार्यरत उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह को गजनेर तथा नाल पुलिस थाने में कार्यरत उपनिरीक्षक हंसराज धानक को कोलायत पुलिस थाने का प्रभारी लगाया गया है।
राजस्थान : इस महीने भी सरकार को पास करनी होगी ये बड़ी “परीक्षा”…
जयपुर। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के बाद अब प्रदेश की गहलोत सरकार के सामने इस महीने भी एक और बड़ी “परीक्षा” पास करने की चुनौती खड़ी है। आपको बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की पटवारी भर्ती परीक्षा 23 और 24 अक्टूबर को होने जा रही है। 5 हजार 378 पदों के लिए होने वाली इस सीधी भर्ती परीक्षा का आयोजन 3 घंटे की दो-दो पारियों में होगा।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि 23 अक्टूबर को प्रथम पारी की परीक्षा सुबह 8:30 बजे से सुबह 11:30 बजे तक होगी। वहीं, दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगी। इसी तरह 24 अक्टूबर को भी इसी समय पर दो पेपर होंगे। परीक्षा को देखते हुए परीक्षार्थियों से अपील की गई है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी भ्रामक खबर या जानकारी पर विश्वास नहीं करें। चयन बोर्ड द्वारा क्षेत्रीय स्तर के मीडिया में जारी खबरों और बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर प्रकाशित विज्ञप्ति को ही अधिकृत माना जाए। परीक्षार्थी किसी भी तरह की जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.rsmssb.rajasthan.gov.in देख सकते हैं।
बीकानेर : घर-घर हुई घट स्थापना, शारदीय नवरात्रा अनुष्ठान शुरू, देवी मंदिरों में हुई पूजा-अर्चना…