बीकानेर Abhayindia.com बाल कल्याण समिति(मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्याय पीठ) बीकानेर ने जिले के गजनेर गांव में स्थित एक सिरेमिक्स फैक्ट्री से छह नाबालिग बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया।
उनके परिजनों के पास उड़ीसा भेजा गया है। समिति से मिली जानकारी के अनुसार उड़ीसा के कालाहांडी गांव से किसी दलाल प्रवृत्ति के व्यक्ति के जरिए आठ नागबालिग बच्चे बीकानेर लाए गए थे, गजनेर स्थित सिरेमिक्स फैक्ट्री में कार्यरत थे, इसकी सूचना समिति को मिलने के बाद समिति की रेसक्यू टीम मौके पर पहुंची और बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया।
28 दिन तक क्वॉरन्टाईन
समिति अध्यक्ष डॉ. किरण सिंह के आदेश के बाद छह नाबालिग बच्चों को किशोरगृह में प्रवेश दिया गया। कोविड-19 के चलते उन्हें 28 दिन तक क्वॉरन्टाईन रखा गया, उसके बाद किशोरगृह में आवासित किया गया। साथ ही उन सभी बच्चों के परिजनों का पता किया गया एवं दस्तावेजों से संतुष्ट होने के बाद प्रशासन एवं पुलिस के सहयोग से बच्चों को बीकानेर से कालाहांडी भिजवाया गया।
बाल कल्याण समिति बीकानेर के सदस्य सरोज जैन, जुगल किशोर व्यास, हर्षवर्धन सिंह भाटी, जे.जे.बोर्ड बीकानेर के सदस्य अरविन्द सिंह सेंगर एवं किशोरगृह अधीक्षक अरविन्द आचार्य के प्रयासों से ही उन बच्चों को बीकानेर से कालाहांडी भिवाया जा सका।
समिति अध्यक्ष डॉ.किरण सिंह के अनुसार समिति के आदेश से 22 जुलाई को सभी बच्चे पुलिस संरक्षण में बीकानेर से कालाहांडी रवाना हुए, बच्चों को बाल कल्याण समिति कालाहांडी ने उनके परिवारजनों को सुपर्द कर दिया। बीकानेर ने पुलिस ने उनकी प्राप्ति की रसीद 29 जुलाई को बाल कल्याण समिति बीकानेर को सौंप दी।