जयपुर abhayindia.com लोकसभा चुनाव में बंपर जीत दर्ज कराने वाली भाजपा अब मिशन राजस्थान की तैयारी में जुट गई है। इस सिलसिले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 3 जनवरी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहजिले दौरे पर आ रहे हैं। अमित शाह के दौरे को लेकर तरह-तरह की सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं।
अमित शाह जोधपुर में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने के साथ अनेक सियासी मुद्दों पर राजस्थान सरकार पर निशाना साधेगें। शाह की जनसभा के लिये जौधपुर का चयन सियासी मायनों में कई तरह से अहम है, पहली वजह यह है कि जोधपुर मुख्यमंत्री की गृहजिला है, इसके अलावा नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर प्रदेशभर में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान जोधपुर में सबसे ज्यादा माहौल गरमाया था। वैसे भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुरू से ही भाजपा शीर्ष नेतृत्व के निशाने पर रहे है।
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नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सीएम गहलोत की तल्ख टिप्पणियों के बाद भाजपा ने इन्हे अपनी हिटलिस्ट में शामिल कर रखा है। जानकारी में रहे कि सीएम अशोक गहलोत नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जयपुर में पैदल मार्च कर चेतावनी दे चुके है कि राजस्थान सरकार इस विधेयक को किसी सूरत में लागू नहीं करेगी।
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वहीं दूसरी तरफ राजस्थान भाजपा के सभी बड़े नेता लगातार कह रहे हैं कि इस गहलोत सरकार की क्या मजाल जो संसद में पारित कानून को लागू नहीं करेगी,अगर ऐसा हुआ तो हम राजस्थान की सरकार ही गिरा देगें। भाजपा नेताओं के इन दावों को गंभीरता से लिया जाये तो राजस्थान सरकार के लिये खतरे के संकेत है। हालांकि राजस्थान में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत वाली सरकार है लेकिन सरकार के ज्यादात्तर विधायक अंसतुष्ट है। ऐसे में भाजपा नेताओं के दावों को हल्के में लेना कांग्रेस सरकार के लिये भारी साबित हो सकता है।