




जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति की ओर से टिकट को लेकर किए गए एक निर्णय के चलते पार्टी के कई जिलाध्यक्ष अपने पदों से इस्तीफा देने का मन बना रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में बुधवार को पार्टी कार्यालय में हुई चुनाव प्रबन्धन समिति की बैठक में यह निर्णय किया था कि जिलाध्यक्ष पद पर काबिज पदाधिकारियों को टिकट नहीं दिया जाएगा, साथ ही इस्तीफा देने के बाद भी उन्हें टिकट की गारंटी नहीं मिलेगी। पार्टी के इस निर्णय के बाद खुद को टिकट का दावेदार मानने वाले जिलाध्यक्ष अब पद छोडऩे की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि प्रदेश भाजपा की कुल 41 इकाइयां हैं, जिनमें से करीब एक दर्जन जिलाध्यक्ष किसी ना किसी सीट पर टिकट के दावेदार हैं। इनमें से कई पदाधिकारी अपना पद छोड़ दावेदारी जताने पर अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी को भेज सकते हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो वर्तमान में दो विधायक सुमेरपुर से मदन राठौड़ पाली और खानपुर से नरेन्द्र नागर झालावाड़ के जिलाध्यक्ष हैं। फिर से दावेदारी जताने के लिए उन्हें पद छोडऩा पड़ेगा। वे संभवत: एक-दो दिन में अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष मदनलाल सैनी को भेज सकते हैं। वहीं पिछले चुनावों में भीलवाड़ा के अध्यक्ष शिवजीराम मीणा पिछले चुनाव में भाजपा के जहाजपुर से प्रत्याशी थे। बूंदी अध्यक्ष व पूर्व चुनावों में हिंडौली से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके महिपाल सिंह और झुंझुनूं के अध्यक्ष व पूर्व प्रत्याशी राजीव सिंह भी फिर से चुनाव लडऩे के पूरे मूड में हैं। ऐसे में उनके इस्तीफे भी आना तय है। वहीं जयपुर शहर के अध्यक्ष संजय जैन सांगानेर और विद्याधर नगर विधानसभा सीट और जयपुर देहात के अध्यक्ष दीनदयाल कुमावत फुलेरा से टिकट मांग रहे हैं। ये दोनों भी जल्द ही इस्तीफा प्रदेशाध्यक्ष को सौंप कर पदमुक्त हो सकते हैं। |





