श्याम शर्मा/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। राजस्थान गौरव यात्रा के लिए बीकानेर संभाग के दौरे पर आ रहीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीकानेर पश्चिम में जहां से अपनी यात्रा शुरू करेंगी वहां उनका रथ नहीं जा सकेगा। नत्थूसर गेट के बाहर बड़ा गणेशजी मंदिर के दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री बंद कार में बैठकर ही जा सकेंगी, क्योंकि उनका रथ बिजली के तारों के कारण उस इलाके में जा नहीं सकता। सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस प्रशासन ने इस इलाके का दौरा किया तो पाया कि करीब 350 तार नीचे लटक रहे हैं और रथ की ऊंचाई ज्यादा है। इसके अलावा सड़क के बीच तक फैल रहे पेड़ भी बाधा बन रहे हैं।
बंद कार में एक तरफ ही होगा अभिवादन
प्रशासन के सामने समस्या यह है कि इतने सारे तारों को हटाया नहीं जा सकता, क्योंकि एक साथ कई घरों में अंधेरा हो जाएगा। दूसरी ओर बिजली कंपनी ने इन तारों को कसने का काम शुरू तो किया है, लेकिन फिर भी पुलिस प्रशासन ने जोखिम उठाने से इनकार कर दिया है। इसलिए बड़ा गणेशजी मंदिर के पास सीएम रथ में नहीं बैठ सकेंगी। वे बंद कार में ही बैठकर निकलेंगी। इससे केवल एक तरफ के लोगों का ही वे अभिवादन कर सकेंगी। जहां जहां उनका स्वागत होगा वहां उन्हें उतरना पड़ेगा, इससे सुरक्षा की भारी समस्या हो सकती है।
हाथों हाथ बिजली के ऊंचे खंभे लगाए, एलटी से जोड़े तार
एक उम्मीद यह भी है कि बिजली कंपनी बीकेईएसएल ने मंगलवार से हाथोहाथ खंभे लगाकर उनमें एलटी फीट करने के बाद तारों को करीब तीस चालीस फीट तक ऊंचा करने का काम शुरू किया है। ये खंभे करीब दो किलोमीटर दूरी तक लगेंगे। यदि यह काम बुधवार तक पूरा हो गया तो ही सुरक्षा एजेंसियां रथ अंदर ले जाने की अनुमति देंगी अन्यथा नहीं। अभी तक यही तय है कि सीएम गणेश मंदिर के बाद कार से ही रोड शो पर निकलेंगी। जस्सूसर गेट से पहले एमएम ग्राउंड पर रथ खड़ा होगा। सुरक्षा एजेंसियों ने अनुमति दी तो ही वे उसमें बैठेंगी।
भाजपा नेताओं की सोमवार को इस संबंध में हुई बैठक में इस समस्या पर गंभीर चिंता प्रकट की गई क्योंकि मुख्यमंत्री बंद कार में निकलीं तो जनता पर कोई प्रभाव नहीं रहेगा। इसलिए ऐसी कार की तलाश की जा रही है जो ऊपर से खुलती हो और उसमें खड़े होकर मुख्यमंत्री लोगों का अभिवादन स्वीकार कर सके। मुख्यमंत्री का बीच रास्ते में कई जगह स्वागत किया जाएगा।
बीकानेर में रात को देरी से पहुंचेंगी
मुख्यमंत्री बीकानेर के पश्चिम विधानसभा इलाके में पहुंचीं तो रात हो जाएगी। इसका कारण यह है कि उनके कार्यक्रम बढ़ा दिए गए हैं। ऐसे में हेलीकॉप्टर से उतरना, लोगों से संवाद करना और वापस उड़ान भरने में इतना समय लग जाना है कि बीकानेर में पहुंचते पहुंचते रात को आठ या इससे ज्यादा भी बज सकते हैं। ऐसे में पश्चिम से पूर्व तक का इलाका तय करने में उन्हें करीब दो घंटे लग जाएंगे। भाजपा नेताओं की चिंता है कि रात को देरी ज्यादा होती है तो लोगों की भीड़ कम रह सकती है।
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बीकानेर पश्चिम में सीएम का रथ नहीं घुस सकेगा, बंद कार में निकलेंगी
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