Wednesday, October 16, 2024
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राजस्थान में “निवेश की बहार” : अब तक 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू पर हो चुके हस्ताक्षर

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जयपुर Abhayindia.com मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने अपनी जर्मनी यात्रा के दूसरे दिन आज म्यूनिख में ‘राइजिंग राजस्थान’ इन्वेस्टर रोड शो में भाग लिया और जर्मनी के निवेशकों और इनोवेटर्स को राजस्थान में इकाइयां लगाने के लिए आमंत्रित किया।

इन्वेस्टर रोड शो को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने जर्मनी के व्यावसायिक जगत और कारोबारी समूह से राजस्थान के ऑटोमोबाइल, ईएसडीएम, सप्लाई चेन एवं लॉजिस्टिक्स, पर्यटन, पेट्रोलियम, खान एवं खनिज, अक्षय ऊर्जा, रक्षा, पैकेजिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश का आह्वान किया और कहा कि राजस्थान में निवेश के लिए बनाए गए सकारात्मक वातावरण के सुपरिणाम मिलने लगे हैं और ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 की घोषणा के दो महीने के भीतर ही, अब तक 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किये जा चुके हैं।

‘राइजिंग राजस्थान’ इन्वेस्टर रोड शो के दौरान जर्मनी के निवेशकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा, “मैं आप सभी से राजस्थान में निवेश करने और समृद्ध भविष्य के निर्माण के हमारे प्रयासों में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं। राज्य में निवेश करने वाले प्रत्येक उद्यमी को मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी है। जर्मनी, जो वैज्ञानिक नवाचारों, तकनीकी कौशल, समृद्धि और विकास का एक शक्तिशाली प्रतीक है, के साथ हम अपनी मजबूत साझेदारी स्थापित करना चाहते हैं। राजस्थान रणनीतिक रूप से एक आदर्श गंतव्य है और हमारे पास मजबूत बुनियादी ढांचा और प्रचुर मात्रा में संसाधन हैं। इसके अलावा, व्यापारिक जगत के अनुकूल हमारी नीतियां हमें जर्मन कंपनियों के लिए एक आदर्श व्यापार स्थल बनाती हैं।”

राजस्थान एक आदर्श सप्लाई चेन डेस्टिनेशन

इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने यह भी कहा कि भारत को वैश्विक कंपनियों के लिए एक सप्लाई चेन डेस्टिनेशन के रूप में देखा जा रहा है और “अपनी सक्रिय और विकासोन्मुखी नीतियों के कारण राजस्थान भारत में इन कंपनियों का विश्वसनीय भागीदार बनने के लिए तैयार है। आपके निवेश को समृद्ध और सुरक्षित बनाने के लिए राजस्थान सरकार हर कदम पर आपके साथ है।”

अक्षय ऊर्जा में निवेश का आमंत्रण

जर्मनी के निवेशकों को राज्य के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने यह भी कहा कि 2031-32 तक राजस्थान अपनी अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता, जो फिलहाल 28 गीगावाट है, से बढ़ाकर 115 गीगावाट करेगा और इसके लिए 5.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की आवश्यकता है। “जर्मनी जो अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में वर्ल्ड लीडर है, राजस्थान में सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्र में परियोजनाएं शुरू कर सकता है,” मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा।

कई प्रमुख जर्मन कंपनियों के संग हुए एमओयू

म्यूनिख में आयोजित इस इन्वेस्टर रोड शो में राजस्थान सरकार ने अल्बाट्रॉस प्रोजेक्ट्स, फ्लिक्सबस, पार्टेक्स एनवी, वेउली टेक्निक्स जीएमबीएच, और इंगो श्मिट्ज जैसी कई बड़ी जर्मन कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। ये कंपनियां रक्षा, मोबिलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ऑटोमोबाइल और कौशल विकास क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में काम करती हैं। इसके अलावा, इस दौरान मुख्यमंत्री शर्मा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के निवेशकों, व्यापारिक समूहों और इनोवेटर्स के साथ भी बातचीत की और उन्हें राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित किया।

जर्मनी के साथ सहयोग को उत्सुक : उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी

मुख्यमंत्री के साथ जर्मनी में मौजूद उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा, “राजस्थान नवाचार को अपनाकर, तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देकर और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे में निवेश करके अपनी विशाल क्षमता को अनलॉक करने के लिए तैयार है। राजस्थान जर्मनी के साथ तकनीक और अन्य प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए उत्सुक है।”

निवेशकों से मिला अभूतपूर्व रेस्पॉन्स

इन्वेस्टर रोड शो में राजस्थान के अंदर मौजूद व्यावसायिक अवसरों के बारे में एक प्रेजेंटेशन देते हुए उद्योग विभाग व ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन के आयुक्त श्री रोहित गुप्ता ने कहा, “इन्वेस्टमेंट समिट के तहत हमने जो बड़ी-बड़ी कंपनियों से आउटरीच किया है, उसके सकारात्मक परिणाम आए हैं। दक्षिण कोरिया, जापान, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, और सिंगापुर के निवेशक प्रदेश में कारोबार करने के इच्छुक हैं। विदेशी निवेशकों के प्रति राजस्थान की प्रतिबद्धता नीमराणा में जापानी निवेश क्षेत्र की सफलता से स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। हमारा राज्य निवेश लिए एक आदर्श विकल्प है।” इस अवसर पर म्यूनिख में भारत के महावाणिज्यदूत श्री शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “हम राजस्थान और संभावित जर्मन निवेशकों के बीच सेतु बनने तथा राजस्थान सरकार के साथ निकट समन्वय में निवेश को सुगम बनाने के लिए तैयार हैं।”

जर्मनी की कई बड़ी कंपनियों से मुलाकात

निवेशक रोड शो के अलावा, मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने मल्टीवैक सेप हैगेनमुलर एसई एंड कंपनी केज- पैकेजिंग क्षेत्र की बड़ी कंपनी, एचएडब्ल्यूई हाइड्रोलिक जीएमबीएच – इंजीनियरिंग क्षेत्र की बड़ी कंपनी, अल्बाट्रॉस प्रोजेक्ट्स – रक्षा क्षेत्र की बड़ी कंपनी, ब्रेनलैब – स्वास्थ्य सेवा की बड़ी कंपनी, यूनेक्स ट्रैफिक –अर्बन ट्रांसपोर्ट जैसी कई प्रमुख जर्मन कंपनियों के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें राजस्थान में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल बाद में (म्यूनिख समयानुसार) कई अन्य जर्मन कंपनियों से भी मुलाकात करेगा, जिनमें नॉफ इंजीनियरिंग जीएमबीएच, होराइजन ग्रुप, वेउली टेक्निक्स जीएमबीएच, रोडल एंड पार्टनर, पार्टेक्स वगैरह शामिल हैं।

मल्टीवैक ने राजस्थान में कारोबार के विस्तार में दिखायी रुचि

जर्मनी की पैकेजिंग क्षेत्र की बड़ी कंपनी मल्टीवैक सेप हैगनमुलर एसई एंड कंपनी केजी के साथ राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल की बैठक के दौरान कंपनी के अधिकारियों ने राजस्थान में अपने कारोबार के विस्तार में रुचि दिखाई। इसमें, राज्य में एक आईटी हब स्थापित करना, अपने मौजूदा ऑपरेशन्स को बढ़ाना और राजस्थान द्वारा प्रदान किए जाने वाले अवसरों का लाभ उठाना शामिल है। एकीकृत प्रसंस्करण और पैकेजिंग क्षेत्र की यह कंपनी खाद्य, लाइफ सांइसेज, स्वास्थ्य सेवा और औद्योगिक वस्तुओं जैसे उद्योगों के लिए पैकेजिंग की सुविधा मुहैय्या कराती है और राज्य के घिलोथ औद्योगिक क्षेत्र में इसका एक प्रोडक्शन यूनिट है।

शाम में (म्यूनिख समयानुसार) ‘राइजिंग राजस्थान’ टूरिज्म मीट का आयोजन

आज शाम में (म्यूनिख समयानुसार), मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं और विकास के अवसरों को प्रदर्शित करने और जर्मनी के हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट क्षेत्रों के निवेशकों को राज्य में पर्यटन इकाइयाँ स्थापित करने के लिए आमंत्रण देने के लिए विशेष रूप से आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ टूरिज्म मीट में भी भाग लेगा।

इससे पहले, जर्मनी की अपनी यात्रा के पहले दिन सोमवार को इस उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बवेरियन स्टेट चांसलरी के प्रमुख और संघीय मामलों के राज्य मंत्री डॉ. फ्लोरियन हरमैन से मुलाकात की थी और जर्मनी को ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में ‘पार्टनर कंट्री’ के रूप में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। उसके बाद, अनिवासी राजस्थानियों तक पहुंचने के प्रयासों के तहत, प्रतिनिधिमंडल ने कल शाम को म्यूनिख में अनिवासी राजस्थानी (एनआरआर) समुदाय की एक सभा में भी भाग लिया। था। इस सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा, “राजस्थानी समुदाय द्वारा अर्जित की गई प्रसिद्धि न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के लिए गौरव की बात है। मैं इस समुदाय का आभारी हूं कि वे अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलते। मैं उनसे विदेशी निवेशकों और राजस्थान के बीच सेतु बनने की अपेक्षा रखता हूं।”

मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के अलावा, जर्मनी गए हुए इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) शिखर अग्रवाल, राजस्थान के डिस्कॉम्स की अध्यक्ष और जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा, उद्योग विभाग और ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट्स (बीआईपी) के आयुक्त रोहित गुप्ता और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।

‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नज़र में…

‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है।

इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अन्य सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।

इन्वेस्टर रोडशो के जर्मनी चरण का आयोजन म्यूनिख में मौजूद भारत के वाणिज्य दूतावास एवं फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से किया जा रहा है। फिक्की ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का इंडस्ट्री पार्टनर है। इसके अलावा पीडब्ल्यूसी (PwC) इंडिया इस इन्वेस्टमेंट समिट का नॉलेज पार्टनर है।

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