इस्लामाबाद। ‘नए पाकिस्तान’ के नारे के साथ जनता बुधवार को नई सरकार के लिए वोटिंग करने जा रही है। चुनावों के नतीजे गुरुवार को घोषित होंगे। भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच हो रहे चुनाव में नजर प्रधानमंत्री पद के तीन दावेदारों पर है। इनमें सबसे मजबूत दावेदार हैं इमरान खान माने जा रहे हैं। इमरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख हैं।
वे अब तक की सबसे ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। दूसरे दावेदार हैं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ। नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम के चुनावी दौड़ से हटने के बाद वे इस चुनाव में सबसे बड़ा चेहरा हैं। तीसरे दावेदार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बिलावल भुट्टो है। बिलावल पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे हैं। तीनों उम्मीदवार एक से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें बिलावल पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।
पाकिस्तान में संसद यानी नेशनल असेंबली और प्रांतीय असेंबली के चुनाव एक साथ हो रहे हैं। नेशनल असेंबली में कुल 342 सीटें हैं। 60 सीटें महिलाएं और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं, बाकी 272 सीटों पर मतदान होगा। चार राज्य- पंजाब, सिंध, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में भी नई सरकार चुनी जाएगी।
मतदान बुधवार सुबह आठ बजे शुरू हो गया है। शाम छह बजे मतदान खत्म होते ही वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। 26 जुलाई को दोपहर दो बजे तक नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। सर्वे के आंकड़ों को मानें तो पीटीआई के इमरान खान सरकार बनाते दिख रहे हैं, जबकि नवाज शरीफ का जेल जाना इमोशनल कार्ड के रूप में उनकी पार्टी पीएमएल-एन को फायदा पहुंचा सकता है।
यह हैं चुनावी मुद्दा
वर्ष 2013 तक पाकिस्तान के आम चुनाव में भारत का विरोध, कश्मीर की आजादी, बलूचिस्तान-अफगानिस्तान और अमेरिका मुद्दा होता था। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ-बेनजीर भुट्टो और पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ इन्हीं मुद्दों को ही हवा देते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। 65 साल के इमरान ने ही सबसे पहले ‘नए पाकिस्तान’ का नारा दिया था। इसके बाद पाकिस्तान पीएमएल-एन के शहबाज शरीफ और पीपीपी के बिलावल भुट्टो ने भी अपने-अपने घोषणा-पत्र में पाकिस्तान को तरक्की की नई राह पर ले जाने का वादा किया। बिलावल तो यह तक दावा कर चुके हैं कि यदि वे पीएम बने तो महज 6 माह में देश भारत से आगे निकल जाएगा।
१७ लाख हिन्दू मतदाता
पाकिस्तान में 17 लाख हिन्दू मतदाता हैं। लगभग 7 लाख 96 हजार किलोमीटर में फैले पाकिस्तान में 96.28 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। यहां हिन्दू आबादी 1.6 प्रतिशत है, जो कई सीटों पर जीत तय करती है। इसके अलावा यहां 1.59 प्रतिशत ईसाई और 0.58 प्रतिशत अन्य धर्मों के लोग रहते हैं। मतदाताओं में 36 लाख अल्पसंख्यक हैं। सिंध के उमरकोट में 49 प्रतिशत तथा थारपारकर में 46 प्रतिशत मतदाता अल्पसंख्यक समुदाय से हैं।
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