बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान की धरोहर को संरक्षित करने के उद्देश्य से विरासत संवर्द्धन संस्थान की ओर से राजस्थानी लोक संस्कृति के परिचायक घूमर नृत्य के प्रशिक्षण के लिए 10 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 1 से 10 जून गंगाशहर में किया जाएगा। बीकानेर के उदीयमान कलाकारों व नवप्रशिक्षुओं के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है कि बीकानेर में परंपरागत घूमर के प्रशिक्षण के लिए घराने से जुड़े उस्ताद इस कार्यशाला में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। संस्थान के टोडरमल लालाणी ने बताया कि श्रीगंगानगर से समागत जयपुर घराने के प्रतिष्ठित नृत्य गुरू पंडित पन्नालाल कत्थक बीकानेर की बेटियों को प्रशिक्षित करेंगे। कत्थक बॉलीवुड फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। वहीं, देशभर में उनके हजारों शिष्य नृत्य की सेवा में लगे हैं। उनके साथ ही प्रतिष्ठित नृत्य गुरू अशोक जमड़ा भी प्रशिक्षण देंगे।
कार्यशाला के संयोजक भैरव प्रसाद कत्थक ने बताया कि कार्यशाला में घूमर के साथ साथ कत्थक की आधारभूत जानकारी भी दी जाएगी। कत्थक ने बताया कि घूमर का प्रशिक्षण लाइव गायन के साथ दिया जाएगा। इसके लिए हारमोनियम व तबले आदि संगीतकारों की व्यवस्था पं पुखराज शर्मा के निर्देशन में रहेगी।
संस्थान के जतनलाल दूगड़ ने बताया कि घूमर प्रशिक्षण कार्यशाला में केवल बेटियां ही हिस्सा ले सकती है। प्रशिक्षण शुल्क दो सौ रूपए रखा गया है। जो प्रशिक्षणार्थी पूरी कार्यशाला में उपस्थित रहेंगे, उन्हें पूरा शुल्क लौटा दिया जाएगा। दूगड़ ने बताया कि इच्छुक बालिकाएं, युवतियां व महिलाएं सुमन शर्मा 8949563173 अथवा विनीत बोथरा 9351165483 से संपर्क कर रजिस्ट्रेशन करवा सकती हैं। बता दें कि कार्यशाला नया बस स्टैंड, गंगाशहर के पीछे स्थित टीएम ऑडिटोरियम में आयोजित होगी। कार्यशाला के अंतिम दिवस यानी 10 जून की सुबह प्रशिक्षणार्थियों के बीच रोचक प्रतियोगिता आयोजित होगी। प्रतियोगिता के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कारों से नवाजा जाएगा।